जब हम व्यापार, वस्तुओं, सेवाओं और निधियों के खरीदी‑बेची की प्रक्रिया की बात करते हैं, तो यह सिर्फ बाजार में शेयर खरीदना नहीं है। यह दैनिक रूटीन, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, और विदेश‑के‑साथ समझौते—all एक ही इकाई के हिस्से हैं। वही व्यापार हमें नौकरी, निवेश और नई तकनीक के अवसर देता है।
एक प्रमुख स्टॉक मार्केट, शेयर, बॉन्ड और डेरिवेटिव्स का व्यापारिक मंच भारत में पूँजी के प्रवाह को नियंत्रित करता है। क्रिसमस के दौरान बीएसई और एनएसई बंद थे, इसका मतलब निवेशकों को अपनी रणनीति रीसेट करनी पड़ती है। जब बाजार बंद रहता है, तो ट्रेडर अगली ट्रेडिंग सत्र की तैयारी कर सकते हैं, जिससे तरलता और मूल्य स्थिरता बनी रहती है।
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म ने फ़ूड डिलीवरी, ऑन‑डिमांड भोजन पहुंचाने की सेवा को व्यापार के नए आयाम में बदला है। ज़ोमैटो ने 15‑मिनट सेवा ‘Everyday’ और ‘Quick’ को बंद कर दिया क्योंकि मांग घट गई और लागत‑प्रभावी नहीं रही। यह उदाहरण दिखाता है कि कैसे उपभोक्ता व्यवहार और लॉजिस्टिक कॉस्ट व्यापार के लाभ‑हानि को सीधे प्रभावित करते हैं। जब कोई सेवा मांग से बाहर हो जाती है, तो कंपनियों को मॉडल री‑एंवेज करना पड़ता है, जिससे बाजार में नई और बेहतर पेशकशें उभरती हैं।
वहीं, ट्रेड डील, देशों के बीच माल‑सेवा के टैक्स‑फ्री समझौते भारत‑यूके के बीच फिर से चर्चा में है। वार्ता में टैरिफ कटौती और एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट पर मतभेद हैं, पर चुनाव‑के‑बाद नई शुरुआत की संभावना है। जब दो बड़े अर्थव्यवस्थाओं का समझौता होता है, तो निर्यात‑आय में इज़ाफ़ा, नई नौकरियों का सृजन, और स्थानीय उद्योगों का समर्थन होता है। यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार समझौते राष्ट्रीय व्यापार रणनीति का कोना बनते हैं।
नवाचार का असर भी व्यापार में देखा जाता है। इलेक्ट्रिक वाहन, बिजली से चलने वाले मोटर वाहन, ईवी ने “राहि” तीन‑पहिया जैसे प्रोजेक्ट्स के साथ भारतीय राइड‑शेयरिंग को फिर से परिभाषित किया है। भव्यस अगारवाल का यह कदम केवल एक प्रोडक्ट लॉन्च नहीं, बल्कि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए बड़े निवेश का संकेत है, जो भविष्य में ईंधन‑सुरक्षा और पर्यावरण‑संरक्षण दोनों को सुदृढ़ करेगा।
इन सभी उदाहरणों से स्पष्ट है कि व्यापार सिर्फ शेयर या बॉण्ड नहीं, बल्कि कई परस्पर जुड़े घटकों का नेटवर्क है। स्टॉक मार्केट तरलता प्रदान करता है, फ़ूड डिलीवरी उपभोक्ता मांग को तेज़ी से पूरा करता है, ट्रेड डील विश्व‑व्यापी अदला‑बदली को आसान बनाता है, और इलेक्ट्रिक वाहन तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाते हैं। जब आप इन सभी हिस्सों को एक साथ देखते हैं, तो आप समझते हैं कि किसी भी व्यापारिक निर्णय में कई प्रभाव कारक होते हैं।
अब आप नीचे आने वाली ख़बरों में देखेंगे कि कैसे ये सिद्धांत वास्तविक दुनिया में लागू होते हैं। चाहे वह ओला इलेक्ट्रिक का नया ‘राहि’ लॉन्च हो, ज़ोमैटो की सेवा कटौती, या भारत‑यूके के बीच नए ट्रेड समझौते की दिशा—सब कुछ यहाँ एक साथ इकट्ठा किया गया है। इस संग्रह के साथ आप अपने व्यापारिक ज्ञान को विस्तारित कर सकते हैं, नवीनतम प्रवृत्तियों को समझ सकते हैं, और संभावित अवसरों की पहचान कर सकते हैं। पढ़ते रहें, क्योंकि आगे का कंटेंट आपको इस जटिल, पर रोमांचक व्यापार की कहानी के और करीब ले जाएगा।
डायवाली 2025 (20 अक्टूबर) पर RBI की घोषणा के अनुसार अधिकांश भारतीय बैंकों की शाखाएँ बंद रहेंगी, पर गुजरात, बिहार जैसे राज्य में अतिरिक्त अवकाश होंगा। डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ जारी रहेंगी।
भव्यस अगारवाल ने 2025 में ओला इलेक्ट्रिक के 'राहि' तीन‑पहिया के लॉन्च की पुष्टि की। यह नई मोबिलिटी पहल कंपनी की पुनरुद्धार रणनीति का हिस्सा है।
Zomato ने अपनी 15 मिनट फूड डिलीवरी सेवाएं 'Everyday' और 'Quick' सिर्फ चार महीने बाद बंद कर दी हैं। मांग कम थी, डिलीवरी नेटवर्क सीमित बना रहा और लागत भी प्रभावी नहीं रही। इस दौरान कंपनी को प्रॉफिट में भारी गिरावट और मैनेजमेंट में बदलाव देखने को मिले।
भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) की बातचीत मार्च 2024 में बिना किसी ठोस परिणाम के रुक गई। कृषि उत्पादों, टैरिफ कटौती और सोशल सिक्योरिटी को लेकर दोनों देशों के रुख में अहम अंतर बना रहा। अब उम्मीद है कि आम चुनावों के बाद इस पर नए सिरे से बातचीत होगी।
भारतीय स्टॉक एक्सचेंज, जिसमें बीएसई, सेंसेक्स और निफ्टी50 शामिल हैं, 25 दिसंबर 2024, क्रिसमस के कारण बंद हैं। यह दिन 2024 के कैलेंडर वर्ष के 16 व्यावसायिक अवकाशों में से एक है। अगले साल महाशिवरात्रि के लिए अगली छुट्टी 26 फरवरी 2025 को होगी। निवेशकों और व्यापारियों को इन तिथियों को ध्यान में रखते हुए अपनी गतिविधियाँ योजनाबद्ध करनी चाहिए।
डिक्सन टेक्नोलॉजीज ने Q2 में हर साल के मुकाबले 265% की बढ़त के साथ लाभ में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है, जिसमें Rs 412 करोड़ का मुनाफा हुआ है। यह वृद्धि मुख्यतः मोबाइल फोन उत्पादन में वृद्धि और Rs 209.6 करोड़ के असाधारण लाभ के कारण है। कंपनी ने FY25 के लिए 40,000 करोड़ रुपये राजस्व की उम्मीद जताई है और विश्लेषकों ने कंपन के लक्ष्यों को बढ़ाते हुए खरीदी सलाह दी है।
इंफोसिस के अमेरिकी डिपॉजिटरी रसीदों (ADRs) में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) पर बाजार से पहले के सत्र में करीब 2% की गिरावट देखने को मिली। कंपनी ने सितंबर तिमाही (Q2) में 6,506 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही से 4.7% ज्यादा है। लेकिन विश्लेषकों की उम्मीदों के अनुसार 10-15% YoY लाभ की वृद्धि से नीचे रहा। FY25 के लिए कंपनी ने अपनी राजस्व मार्गदर्शन को 3.75%-4.50% तक संशोधित किया।
सीएनएन और रॉयटर्स ने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पेड सब्सक्रिप्शन मॉडल लागू किया है। सीएनएन अपनी वेबसाइट पर अमेरिकी उपयोगकर्ताओं से असीमित लेख पढ़ने के लिए मासिक शुल्क ले रहा है, जबकि रॉयटर्स कैनेडा में इसका प्रयोग कर रहा है। इस कदम का उद्देश्य डिजिटल व्यवसाय को मजबूत करना और उच्च गुणवत्ता की पत्रकारिता का समर्थन करना है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 2.6% का उछाल आया जब कंपनी ने 1:1 बोनस इश्यू पर विचार करने की घोषणा की। यह मुद्दा कंपनी के 47वें वार्षिक आम बैठक से पहले सामने आया है। यदि अनुमोदित होता है, तो यह सात वर्षों में पहला बोनस इश्यू होगा। इस कदम का उद्देश्य शेयरधारकों को पुरस्कृत करना और कंपनी के शेयरों की तरलता बढ़ाना है।
क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार में $500 अरब की भारी गिरावट देखी गई है, जिसके कारण प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरियम, बीएनबी, एक्सआरपी, सोलाना, कार्डानो, शीबा इनु और डॉजकॉइन की कीमतों में तेज़ गिरावट आई है। इस गिरावट का कारण बाजार की भारी वहशत, नियामकीय कड़ी नजर, और निवेशकों की चिंता है। विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार की स्थिति और बिगड़ सकती है।
अकम्स ड्रग्स IPO का आवंटन आज फाइनल होने की उम्मीद है। निवेशक अपने आवंटन स्टेटस को BSE की वेबसाइट या IPO रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वेब पोर्टल से ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। बोली प्रक्रिया 30 जुलाई को शुरू हुई थी और 1 अगस्त को समाप्त हो गई थी।