इंफोसिस के Q2 परिणामों के बाद ADRs में 2% की गिरावट: महत्वपूर्ण विवरण

इंफोसिस के Q2 परिणामों के बाद ADRs में 2% की गिरावट: महत्वपूर्ण विवरण अक्तू॰, 18 2024

इंफोसिस के ADR में गिरावट: संभावित कारण

इंफोसिस के अमेरिकी डिपॉजिटरी रसीदों (ADRs) में 2% की गिरावट आने का मुख्य कारण कंपनी के वित्तीय परिणामों की घोषणा है। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर प्री-मार्केट ट्रेडिंग में इसका ADR $22.50 पर कोट किया गया था, जो पिछले समापन मूल्य $22.90 से 1.75% या 40 सेंट कम था। यह गिरावट मुख्य रूप से विश्लेषकों की अपेक्षाओं को पूरा न करने के कारण हुई है। हालांकि, भारतीय बाजार में कंपनी का शेयर 2.58% की वृद्धि के साथ 1,969.50 रुपये पर बंद हुआ था। निवेशकों की अपेक्षा थी कि कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले साल की तुलना में 10-15% बढ़ेगा, जबकि वास्तविक वृद्धि 4.7% रही।

राजस्व और लाभ की हकीकत

सितंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 6,506 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 6,212 करोड़ रुपये था। यह वृद्धि 4.7% की रही, जो समय के साथ हुई वृद्धि के संदर्भ में अधिक नहीं मानी जा सकती। विपरीत परिस्थिति में, कंपनी ने 5.1% की राजस्व वृद्धि दर्ज की, जो Street अनुमानों के अनुसार सही दिशा में रही। हालांकि, यह वृद्धि उन निवेशकों के लिए आशा की किरण के रूप में रही जो उम्मीद कर रहे थे कि कंपनी खुद की गणनाओं के अनुसार अधिक लाभकारी होगी।

मार्गदर्शन और भविष्य की चुनौतियाँ

भविष्य में कंपनी की योजना और दृष्टिकोण के संदर्भ में, इंफोसिस ने FY25 के लिए अपने राजस्व मार्गदर्शन को 3.75%-4.50% तक सीमित कर दिया है और अपने मार्जिन गाईडेंस को 20%-22% पर बनाए रखा है। इसके द्वारा, कंपनी यह स्पष्ट कर रही है कि वो अधिक सतर्कता के साथ वितरित कर रही है और पुन: व्यवस्थित हो रही है। इस दिशा में इतने सौदे होते हैं कि कभी-कभी विश्लेषकों के लिए भी भविष्यवाणी करना कठिन हो जाता है।

क्लाइंट और मार्केट एक्सपेंशन

क्लाइंट नेटवर्क और क्षेत्रीय विस्तार भी इंफोसिस के लिए एक महत्वपूर्ण फोकस क्षेत्र बना हुआ है। वैश्विक स्तर पर आईटी समाधान की बढ़ती मांग को देखते हुए, कंपनी के पास कई नए क्लाइंट्स जोड़ने का अवसर है। इसके साथ ही इंफोसिस की योजना इन नवाचार क्षेत्रों में निवेश करने की है जिससे उन्हें लंबी अवधि में लाभ हो सके। कंपनी ने अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए शोध एवं विकास में निवेश भी बढ़ाया है, जिससे भविष्य की विकास दर को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

वित्तीय वर्ष 2025 के लिए संभावनाएँ

हालांकि इंफोसिस के लिए चुनौतियाँ और अवसर दोनों ही समान रूप से विद्यमान हैं। वैश्विक स्तर पर आईटी सेक्टर में मजबूती और बढ़ती प्रतिस्पर्धा से इंफोसिस पर अधिक से अधिक लाभदायक होने का दबाव बना हुआ है। तिमाही के इस समय में भले ही परिणाम विश्लेषकों की अपेक्षाओं के अनुकूल न रहे हों, लेकिन आने वाले वर्षों में कंपनी निरंतर विकास और ग्राहक आधार के विस्तार से लाभ प्राप्त कर सकती है। इसके अलावा, इंफोसिस को अपनी कथा को मजबूत बनाने के लिए रणनीतिक निर्णय लेने होंगे जिससे वह दीर्घकालिक सफलता अर्जित कर सके।