जब बात बिजनेस, व्यापार, कंपनियों और आर्थिक गतिविधियों से जुड़ी ताज़ा ख़बरों का संग्रह. जिसे व्यापार कहा जाता है, यह बाजार की दिशा और निवेश अवसरों की जानकारी देता है। इस श्रेणी में हम IPO लॉन्च, शेयर कीमतों की हलचल, तथा वित्तीय संस्थाओं की रणनीतियों को सरल भाषा में पेश करते हैं, ताकि हर पाठक को सही समझ मिले।
IPO, कंपनियों द्वारा पहली बार सार्वजनिक रूप से शेयर जारी करके पूँजी जुटाने की प्रक्रिया. इसे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग भी कहा जाता है, यह निवेशकों को नई कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदने का मौका देता है। रुबिकॉन रिसर्च, टाटा कैपिटल और LG इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे हालिया IPO ने सब्सक्रिप्शन, GMP और ग्रे‑मार्केट प्रीमियम के कई पहलू दिखाए हैं। ये उदाहरण बताते हैं कि कैसे प्राइसिंग, संस्थागत समर्थन और बाजार भावना मिलकर IPO की सफलता निर्धारित करती हैं।
जब कोई कंपनी IPO के जरिए पूँजी जुटाती है, तो उसके शेयर तुरंत शेयर बाजार, सार्वजनिक रूप से ट्रेड होने वाले शेयरों का मंच जहाँ कीमतें मांग‑आपूर्ति से तय होती हैं. इसे इक्विटी मार्केट कहा जाता है, यह निवेशकों को शेयर खरीद‑बेच करने की सुविधा देता है। एनएचपीसी जैसी स्टॉक की कीमतें अक्सर सरकारी नीतियों या ऊर्जा से जुड़ी खबरों से झुलसती हैं, जिससे दैनिक ट्रेडिंग में हलचल बढ़ती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शेयर बाजार में प्रत्येक लेन‑देन कंपनी के भविष्य के मूल्य को दर्शाता है, और यही कारण है कि IPO के बाद शेयर की पहली कीमतें अक्सर अत्यधिक ध्यान का केंद्र बनती हैं।
वित्तीय सेक्टर, बैंक, NBFC, बीमा और निवेश फंड सहित आर्थिक संस्थाओं का समूह. इसे फ़ायनेंशियल इंडस्ट्री कहा जाता है, यह अर्थव्यवस्था में पूँजी का वितरण और जोखिम प्रबंधन करता है। टाटा कैपिटल का विशाल वित्तीय सेक्टर IPO न केवल नई पूँजी लाता है, बल्कि टियर‑1 कवरेज की बढ़ोतरी से बैंकिंग खंड को मजबूत बनाता है। वित्तीय संस्थान आम तौर पर शेयर बाजार की तरंगों के साथ अपनी लेन‑देन नियोजन करते हैं, जिससे बाजार की कुल लिक्विडिटी और स्थिरता प्रभावित होती है।
IPO के दौरान ग्रे‑मार्केट प्रीमियम एक बड़ा संकेतक बनता है। LG इलेक्ट्रॉनिक्स के GMP में 26.58% की छलांग ने निवेशकों को उच्च रिटर्न की आशा दिलाई, जबकि टाटा कैपिटल में केवल 2.15% प्रीमियम ने साइड‑लाइन निवेशकों को सतर्क किया। ऐसा अंतर अक्सर कंपनी की उद्योग‑संबंधी जोखिम, प्रबंधन की विश्वसनीयता और बाजार की मौजूदा प्रवृत्तियों से जुड़ा होता है। इस प्रकार, IPO, शेयर बाजार और वित्तीय सेक्टर आपस में जुड़े हुए हैं—एक बदलाव दूसरे को प्रभावित करता है।
इन सभी अंतर्दृष्टियों के साथ, आप अपने बिजनेस निर्णयों को बेहतर बना सकते हैं। नीचे दी गई सूची में आप नवीनतम IPO विश्लेषण, शेयर मूल्य अपडेट और वित्तीय सेक्टर की प्रमुख खबरें पाएँगे, जो आपके निवेश या व्यावसायिक योजना में मदद करेंगे।
Rubicon Research का ₹1,377 crore IPO 9‑13 अक्टूबर खुला, 0.51‑गुना सब्सक्राइब, GMP ₹90 और Arihant Capital की ‘Subscribe’ सिफारिश के साथ।
8 अक्टूबर 2025 को LG इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ का GMP ₹303 (26.58%) रहा, जबकि टाटा कैपिटल का केवल ₹7 (2.15%) गिर गया, जिससे बाजार में दोहरी भावना उत्पन्न हुई.
टाटा कैपिटल ने भारत का सबसे बड़ा वित्तीय सेक्टर IPO लॉन्च किया, 6‑8 अक्टूबर सब्सक्रिप्शन, ₹15,511.87 crore, नई पूँजी से Tier‑1 कवरेज बढ़ेगा।
एमक्योर फार्मास्युटिकल्स अपना आईपीओ 3 जुलाई 2024 को लॉन्च करने जा रही है, जिसका उद्देश्य 1,952.03 करोड़ रुपये जुटाना है। आईपीओ के तहत 0.79 करोड़ शेयरों का ताजा इश्यू शामिल है, जिसकी कीमत 800 करोड़ रुपये है और 1.14 करोड़ शेयरों की बिक्री की पेशकश की गई है, जिसकी कुल कीमत 1,152.03 करोड़ रुपये है। सब्सक्रिप्शन विंडो 3 जुलाई से 5 जुलाई 2024 तक खुली रहेगी।
आज, 24 जून 2024 को, एनएचपीसी के शेयर की कीमत में महत्वपूर्ण उथल-पुथल देखी गई। स्टॉक मूल्य ₹38.10 पर खुला और ₹38.40 के उच्चतम और ₹37.55 के निम्नतम स्तर पर पहुंचा। सुबह के सत्र में शेयर की कीमत 1.28% बढ़कर ₹38.20 पर पहुंच गई, यह वृद्धि बिजली मंत्रालय के हालिया घोषणा से प्रेरित है।