जब हम संजू सैमसन को देखते हैं, तो संजू सैमसन भारतीय दाएं‑हाथी बैट्समैन और विकेटकीपर का पूरा चित्र मिल जाता है। वह राजस्थान रॉयल्स आईपीएल टीम में मुख्य खिलाड़ी और कभी‑कभी कप्तान रहे हैं, जो उनकी नेतृत्व क्षमताओं को उजागर करता है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) भारत की सबसे बड़ी टी‑टू‑टी टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन अक्सर टीम के जीत के आधार बन जाता है। इसके अलावा, विकेटकीपर बॉल को संभालने और बैक‑अप बनाने वाला फील्डर के रूप में उनका रोल टीम की रक्षा मजबूत करता है। इन सभी पहलुओं से पता चलता है कि संजू की खेल शैली, आँकड़े और भविष्य की संभावनाएँ कितनी घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं।
संजू ने अपना क्रिकेट सफर कर्नाटक के रणजी ट्रॉफी टीम से शुरू किया, जहाँ उन्होंने शुरुआती दो‑तीन सीज़न में ही अपनी तकनीक को निखारा। भारत क्रिकेट टीम राष्ट्रीय स्तर की प्रमुख टीम में चयन के बाद उनके आक्रमणात्मक शैली ने चयनकों का ध्यान आकर्षित किया। उनके शॉट्स में कवर ड्राइव, रोवन और पुल शॉट का मिश्रण है, जिससे वह विविध पिचों पर भी रन बना पाते हैं। घरेलू स्तर पर औसत 45+ और कई तेज़ी से 50‑अंक बनाते हुए उन्होंने आईपीएल में अपनी जगह पक्की की। इस चरण में उनके किपेनिंग और फील्डिंग कौशल ने उन्हें एक पूर्ण खिलाड़ी बना दिया।
जब आईपीएल की बात आती है, तो संजू का पहला मौका 2015 में रोहित शर्मा के साथ राजस्थान रॉयल्स में आया। शुरुआती सीज़न में सीमित अवसर मिलने के बाद भी उन्होंने सीमित बॉलों पर पर्याप्त प्रभाव दिखाया, जिससे टीम को मध्य‑ओवर में स्थिरता मिली। 2022 में उन्हें टीम का कप्तान नियुक्त किया गया, और तब से उन्होंने खुद को रणनीतिक विचारक के रूप में स्थापित किया। उनके अधीन रॉयल्स ने तेज़ रन‑रेट और फील्डिंग की शक्ति को बढ़ावा दिया, जिससे कई मैचों में जीत की संभावना बढ़ी।
विकेटकीपर के रूप में उनका काम सिर्फ बैक‑अप नहीं, बल्कि मैच में दबाव के समय तेज़ी से रनों को छूटना भी है। संजू के लिए यह भूमिका दो‑तीन पिचों पर अहम साबित होती है, जहाँ उछाल वाले बाउंसर को रोकना मुश्किल होता है। उनके हाथों की तेज़ी और फुटवर्क ने कई बार विरोधी बॉलर को घुटन में डाल दिया है। इस कौशल के कारण कप्ताने में उनका भरोसा और बढ़ा, क्योंकि वह टीम की रक्षा और आक्रमण दोनों में संतुलन बना सकते हैं।
भविष्य की बात करें तो संजू की उम्र अभी केवल 27 वर्ष है, इसलिए उनकी पिक अप टाइम और बहु‑फ़ॉर्मेट adaptability अभी भी उभर रही है। 2024‑25 के IPL सत्र में उन्होंने लगातार शीर्ष-10 स्कोरर की लिस्ट में स्थान बरकरार रखा और कई मैचों में फाइनल तक पहुँचाने में मदद की। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर वह अपनी तकनीक को और निखारें और अधिक अंतरराष्ट्रीय मैचों में निरंतर प्रदर्शन दें, तो उन्हें जल्द ही स्थायी तौर पर भारत की प्राथमिक लाइन‑अप में जगह मिल सकती है। इन सभी पहलुओं को समझकर आप नीचे की खबरों में उनके नवीनतम अपडेट, मैच विश्लेषण और भविष्य की संभावनाओं को देख सकते हैं।
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने पंजाब किंग्स से 10 रन की हार पर खुलकर बात की। उन्होंने टीम की बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी और चोटों के प्रभाव को जिम्मेदार बताया। पंजाब ने निहाल वढेरा और हरप्रीत बरार की बदौलत जीत पक्की की, जबकि राजस्थान प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गया।