PBKS बनाम RR IPL 2025: संजू सैमसन ने हार पर रखी बेबाक राय, बल्लेबाजी के ढहने से दिल्ली दूर

राजस्थान रॉयल्स की हार की बड़ी वजहें, सैमसन बोले: अब सुधार जरूरी
आईपीएल 2025 के 59वें मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स (RR) को पंजाब किंग्स (PBKS) से 10 रन की करीबी हार झेलनी पड़ी। टॉस हारने वाली राजस्थान टीम को इस मैच में 219 रन का विशाल लक्ष्य मिला था, लेकिन पूरी टीम आठ विकेट पर 209 रन ही बना सकी। कप्तान संजू सैमसन चोट से वापसी कर रहे थे, लेकिन उन पर और टीम पर लगातार चोटों और खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी का दबाव साफ नजर आया।
सैमसन ने मैच के बाद खिलाड़ियों की निजी चमक के मुकाबले सामूहिक असफलता पर खुल कर बात की। उन्होंने कहा, "टीम के लिए सिर्फ एक-दो खिलाड़ियों का चलना काफी नहीं है। जब तक पूरा स्क्वाड मिलकर जिम्मेदारी नहीं लेगा, हालात नहीं सुधरेंगे।" उन्होंने यशस्वी जायसवाल और रियान पराग जैसे युवाओं की मैच दर मैच परफॉर्मेंस में उतार-चढ़ाव की तरफ इशारा किया। इस सीजन में ये दोनों कभी बड़ी पारी खेलते तो कभी दबाव में बिखर जाते।
राजस्थान की बल्लेबाजी इस साल बार-बार पिच पर लड़खड़ाई। मजबूत शुरुआत के बाद मिडिल ऑर्डर की नाकामी मुसीबत बनी। सलामी बल्लेबाजों ने कई बार अच्छी नींव रखी, लेकिन उसके बाद तेजी से विकेट गिरते रहे। चोटिल जोफ्रा आर्चर जैसे अहम गेंदबाज और अनुभवी खिलाड़ी पूरे सीजन में टीम का हिस्सा नहीं बन सके। सैमसन ने माना, "लगातार चोटें और अहम खिलाड़ियों की कमी टीम के संतुलन को बिगाड़ देती है। टूर्नामेंट लंबा है, ऐसे में बेंच स्ट्रेंथ बहुत मायने रखती है।"
पंजाब प्लेऑफ की ओर बढ़ा, राजस्थान को युवा भरोसा
पंजाब की जीत के हीरो बने निहाल वढेरा (70 रन) और हरप्रीत बरार, जिन्होंने 30 रन देकर 3 विकेट लिए। दोनों के ही दम से पंजाब ने आठवीं जीत दर्ज कर प्लेऑफ की उम्मीद रखी। राजस्थान के लिए अगर कोई सकारात्मक पक्ष रहा, तो वह कुछ युवा टैलेंट रहे। सैमसन ने खास तौर पर वैभव सूर्यवंशी का जिक्र किया, जिन्होंने पिछले कुछ मैचों में साहस और हुनर दोनों दिखाए।
इस बार राजस्थान का सफर प्लेऑफ से पहले ही खत्म हो गया—एक सीजन जिसमें टीम कभी जोश में तो कभी परेशानियों के घेरे में दिखी। अब सवाल ये है कि अगली नीलामी और सीजन से पहले क्या डगआउट की पॉलिसी और खिलाड़ियों के चयन में बदलाव होंगे? सैमसन ने टीम के भविष्य को लेकर कहा, "अब वक्त आ गया है कि कड़े फैसले लिए जाएं। टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का संतुलन, फिटनेस और संयम, हर एक पहलू को फिर से देखना पड़ेगा।" शाहरुख खान, शुभमन गिल, जोश बटलर जैसे बड़े नामों के आईपीएल में छा जाने के किस्से हर कोई सुनता है, लेकिन राजस्थान को अपनी खुद की मजबूत पहचान फिर बनानी होगी।
राजस्थान रॉयल्स इस सीजन में कभी लय में दिखती तो कभी अपनी कमजोरियों के हाथों हार मान लेती। कप्तान की सीधी बातों और टीम में भविष्य की उम्मीदों ने फैंस को जरूर सोचने पर मजबूर किया है कि अगले सीजन की तस्वीर बेशक कुछ अलग हो सकती है।