जब पहला ODI, 1971 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए एक‑दिन के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच को कहते हैं. पहला वनडे के रूप में भी जाना जाता है, यह खेल में नई रणनीति और तेज़ गति का परिचय कराता है। यह पहला ODI, नई फ़ॉर्मेट की शुरुआत को दर्शाता है और आज के टेम्पोरेरी क्रिकेट की नींव रखता है।
क्रिकेट, यानी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट, ने न केवल पारंपरिक टेस्ट को बल्कि सीमित ओवर वाले खेलों को भी लोकप्रिय बनाया। पहले ODI ने टीमों को एक दिन में पूरी रणनीति बनाने की चुनौती दी, जिससे बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में नई तकनीकों का विकास हुआ। इस फ़ॉर्मेट ने दर्शकों को तेज़ एक्शन और परिणाम सुखद बनाने की पेशकश की, जो आज के टी20 और ODI मुकाबलों में स्पष्ट दिखता है.
ODI फ़ॉर्मेट, यानी वनडे अंतरराष्ट्रीय, 50 ओवर प्रति टीम की सीमा रखता है, जिससे मैनेजमेंट और टैक्टिक्स दोनों में संतुलन बनता है। यह फॉर्मेट टीमों को पिच का विश्लेषण, पावरप्ले उपयोग और बॉलिंग में वैरिएशन पर अधिक ध्यान देने के लिए प्रेरित करता है। इसी कारण से कई दिग्गज खिलाड़ी जैसे विराट कोहली और सैराज़ अहमद ने अपनी पारी को इस फ़ॉर्मेट के अनुसार ढाला है, जिससे रिकॉर्ड लगातार टूटते रहते हैं.
भारत क्रिकेट ने पहले ODI के बाद से कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। भारत में भारत क्रिकेट ने 1983 विश्व कप जीतकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाई और तब से लगातार ODIs में रोमांचक जीत दर्ज की है। महिला क्रिकेट में भी भारत ने समान जोश दिखाया; विशेषकर महिला ODI में भारत ने पाकिस्तान को 88 रन से हराकर 12‑0 का रिकॉर्ड बनाया, जिसे इस टैग पेज में भी कवर किया गया है। ये उपलब्धियां हमारे खेल की विविधता को दर्शाती हैं.
पहला ODI के बाद कई ऐतिहासिक घटनाएँ दर्ज हुईं, जैसे 2025 में 5 अक्टूबर को आयोजित पाँच बड़े मुकाबले जहाँ भारत‑ऑस्ट्रेलिया अनौपचारिक ODI शामिल था। इसी तरह, महिला टीम ने कोलंबो में पाकिस्तान को हराकर 12‑0 की श्रृंखला हासिल की, जो अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में नई ऊँचाइयाँ तय करती है। इन सभी कहानियों को पढ़ने से आप समझेंगे कि पहला ODI कैसे विभिन्न टूरनामेंट, रिकॉर्ड और खिलाड़ी करियर को प्रभावित करता रहा है.
इस पेज पर आप पहली ODI की उत्पत्ति, उसकी रणनीतिक बदलाब, भारत और महिला टीम के रिकॉर्ड, और भविष्य में इस फ़ॉर्मेट के संभावित विकास के बारे में विस्तृत जानकारी पाएंगे। आगे आप देखेंगे कि कैसे अलग‑अलग दौरों में पहला ODI का असर बना रहा, और कौन‑से मैच अब तक सबसे यादगार माने जाते हैं। चलिए, इन रोचक तथ्यों में डुबकी लगाते हैं और क्रिकेट के इस अहम हिस्से को करीब से समझते हैं.
नीचे दिए गए लेखों में आप विभिन्न पहलुओं की गहराई से जाँच पाएंगे—पहले ODI की जन्म कथा से लेकर आज की महिला टीम की जीत तक, हर कहानी आपके ज्ञान को विस्तार देगी।
New Chandigarh में पहले ODI में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 8 विकेट से हराकर सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली। भारत ने स्मृति मंधाना, प्रतीका रावल और हर्लीन देओल के अर्धशतकों से 281/7 बनाया, लेकिन बेथ मूनी (नाबाद 77) और एनाबेल सदरलैंड (नाबाद 52) ने लक्ष्य 35 गेंदें शेष रहते हासिल कर लिया। दोनों कप्तानों ने सीरीज़ को कड़ा बताया।