जब हम मल्लिकार्जुन खड़गे, गुजरात के प्रमुख राजनीतिज्ञ और भाजपा के वरिष्ठ सदस्य की बात करते हैं, तो भारतीय राजनीति, देश की नीति‑निर्माण और चुनावी प्रक्रियाओं का दायरा के कई पहलू सामने आते हैं। वह गुजरात राज्य, पश्चिमी भारत में उद्योग, कृषि और सामाजिक विकास का केंद्र में विकास योजनाओं और चुनावी रणनीतियों को आकार देते हैं। साथ ही, वे भाजपा, हिंदी राष्ट्रवादी प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी के भीतर नीति‑निर्धारण और पार्टी प्रबंधन में सक्रिय हैं। इस परिचय से आप नीचे मिलने वाली खबरों के संदर्भ को जल्दी समझ पाएँगे।
मल्लिकार्जुन खड़गे का काम सिर्फ एक विधायक की सीमाओं में नहीं रहता। उन्होंने गुजरात में जलसेवा, स्वास्थ्य सुविधाओं और सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के लिए कई परियोजनाएँ शुरू कीं—ये सभी राजनीतिक कार्यान्वयन के स्पष्ट उदाहरण हैं। उनका मानना है कि बुनियादी ढाँचा बेहतर हो तो आर्थिक विकास तेज़ होता है, और यही सिद्धांत भाजपा की राष्ट्रीय नीति में भी परिलक्षित होता है। इस तरह उनका कार्य‑क्षेत्र चुनाव अभियान, वोटर आधार को विस्तारित करने की रणनीति से भी जुड़ा है, जहाँ उन्होंने अपने क्षेत्र में युवा और महिलाओं को सक्रिय करने के लिए डिजिटल मंच का उपयोग किया। इस अनुभव ने पार्टी को ग्रामीण क्षेत्रों में नए मॉडलों को अपनाने की दिशा में प्रेरित किया।
भाजपा के भीतर उनका योगदान केवल क्षेत्रीय नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। पार्टी ने उनकी सलाह से कई बार गठबंधन रणनीति में बदलाव किया, जिससे वह राज्य‑स्तर के वोटों को राष्ट्रीय स्तर के परिणामों से जोड़ सके। इसी क्रम में, उन्होंने कांग्रेस के साथ प्रतिस्पर्धी मुद्दों को पहचानते हुए सार्वजनिक संवाद को बढ़ावा दिया, जिससे लोकतांत्रिक बहस में नई जान आई। इन सबका सीधा असर इस बात में दिखता है कि मल्लिकार्जुन खड़गे कैसे राजनीतिक परिदृश्य को बदलते ढर्रे में रखेंगे।
नीचे आपको उनकी नवीनतम बयान, चुनावी तैयारियों और सामाजिक कार्यों से जुड़ी खबरें मिलेंगी। चाहे आप गुजरात की विकास योजना की झलक चाहते हों, भाजपा की चुनावी रणनीति की गहराई जानना चाहते हों, या भारतीय राजनीति के बड़े चित्र में उनका स्थान देखना चाहते हों, यहां का संग्रह आपके सवालों का जवाब देगा। आगे पढ़ें और देखें कि मल्लिकार्जुन खड़गे की राजनीति कैसे चलती है, कौन‑सी नई पहलें सामने आई हैं, और उनका प्रभाव किन क्षेत्रों में सबसे अधिक महसूस किया जा रहा है।
NEET UG परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों से विपक्षी नेताओं ने तीखी आलोचना की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केवल अफसरों की अदला-बदली से समाधान नहीं होगा। छात्रों को न्याय दिलाने के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराने की मांग की है। NEET-PG परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है।