लंबी अवधि पूंजीगत लाभ क्या है?

जब आप लंबी अवधि पूंजीगत लाभ, स्थिर निवेश या संपत्ति को कम से कम दो साल तक रखकर बेचने से मिलने वाला कर योग्य आय. Also known as लॉन्ग‑टर्म कैपिटल गेन, यह वित्तीय योजना में एक महत्वपूर्ण बिंदु है। इसी टैग के भीतर हम धन कर, पूंजीगत लाभ पर लगाया जाने वाला कर और शेयर बाजार, इक्विटी और म्यूचुअल फंड्स का मुख्य ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म जैसे जुड़े तत्वों को भी देखेंगे। संक्षेप में, लंबी अवधि पूंजीगत लाभ समय‑आधारित टैक्स रेट और स्मार्ट एसेट अलोकेशन का मिश्रण है, जो धीरज से निवेश करने वालों को बेहतर कर‑बचत का मौका देता है।

इस टैग में दिखने वाले लेखों का दायरा काफी व्यापक है। एक ओर आपको स्टॉक मार्केट में IPO, ग्रे‑मार्केट प्रीमियम और टाटा कैपिटल जैसे बड़े वित्तीय लेन‑देनों की खबरें मिलेंगी; दूसरी ओर अचल संपत्ति, तकनीकी स्टार्ट‑अप या सरकारी नीति से जुड़ी जानकारी भी होगी। लंबी अवधि पूंजीगत लाभ समझने के लिए हमें तीन मुख्य घटकों को जोड़ना चाहिए: (1) निवेश‑उत्पाद (जैसे शेयर, म्यूचुअल फंड, रियल एस्टेट), (2) कर‑नियम (धन कर, टैक्स स्लैब, कटौतियां) और (3) समय‑आधार (कम से कम दो साल की धीरज)। ये तीनों मिलकर हमारे पोर्टफोलियो की रिटर्न प्रोफ़ाइल को तय करते हैं।

कैसे कमाएँ अधिक लाभ और घटाएँ कर‑बोज़?

पहला कदम है सही एसेट क्लास चुनना। शेयर बाजार में इक्विटीज़ की लम्बी अवधि रिटर्न अक्सर 12‑15% की औसत देती है, जबकि अचल संपत्ति की कीमतें स्थिरता और किराये की आय दोनों प्रदान करती हैं। दूसरा कदम है धन कर के नियमों को समझना—उदाहरण के लिए, 2023‑24 के बजट में लंबी अवधि पूंजीगत लाभ पर 10% टैक्स लगा था, लेकिन अगर आप EQ‑SIP या स्टॉक्स को 5 साल तक रखकर बेचते हैं, तो टैक्स रेट घट सकता है। तीसरा कदम है टैक्स‑लॉस हार्वेस्टिंग—बिक्री के समय अगर कुछ एसेट्स में नुकसान हुआ है, तो उसे लाभ वाले एसेट्स के साथ मिलाकर कुल कर‑योग्य आय कम की जा सकती है। इन रणनीतियों को लागू करने के लिए आपको अपने पोर्टफोलियो का नियमित ऑडिट करना होगा, जिससे आप देख सकें कि कौन‑से एसेट्स दो साल की सीमा पार हो रहे हैं और कौन‑से अभी भी धीरज के चरण में हैं। कई वित्तीय प्लेटफ़ॉर्म अब टैक्स‑इंस्टैंस रिपोर्ट देते हैं, जिससे हिसाब‑किताब आसान हो जाता है।

ऊपर बताई गई बातें सिर्फ सिद्धांत नहीं, बल्कि हमारे टैग में मौजूद कई समाचारों की पृष्ठभूमि भी हैं। उदाहरण के तौर पर, टाटा कैपिटल के बड़े वित्तीय सेक्टर IPO में नई पूँजी को Tier‑1 कवरेज बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया गया, जिससे निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ की संभावनाएँ मिलती हैं। इसी तरह, Rubicon Research का IPO और LG इलेक्ट्रॉनिक्स का ग्रे‑मार्केट प्रीमियम दर्शाते हैं कि कैसे शॉर्ट‑टर्म मार्केट उतार‑चढ़ाव के बावजूद दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ की योजना बनायी जा सकती है। आगे नीचे आप इन विषयों से जुड़े विस्तृत लेख पाएँगे—जैसे आयकर रिटर्न भरने के टिप्स, विभिन्न एसेट क्लास की प्रदर्शन तुलना, और सबसे नई वित्तीय खबरें। पढ़ते रहिए और अपने निवेश को कर‑स्मार्ट बनाइए।

यूनियन बजट 2024: प्रॉपर्टी विक्रेताओं और खरीदारों के लिए बड़ा कर सुधार
यूनियन बजट 2024: प्रॉपर्टी विक्रेताओं और खरीदारों के लिए बड़ा कर सुधार

यूनियन बजट 2024 में प्रॉपर्टी बिक्री पर लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ (LTCG) पर कराधान में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इसमें इंडेक्सेशन लाभ को हटाना शामिल है, जो प्रॉपर्टी मालिकों को मुद्रास्फीति के लिए अपने खरीद मूल्य को समायोजित करने की अनुमति देता था, और LTCG कर दर को 20% से घटाकर 12.5% किया गया है। इस बदलाव से प्रॉपर्टी ट्रेडिंग अधिक तरल हो सकती है, लेकिन पुराने प्रॉपर्टी मालिकों के लिए कर बोझ में वृद्धि हो सकती है।

जुल॰, 23 2024