जब हम जागरूकता अभियान, विस्तृत कार्यक्रम या गतिविधि जो जनता को विशेष मुद्दों पर सूचित करने, सोच बदलने और व्यवहार में सुधार लाने के लिए बनाई जाती है की बात करते हैं, तो इसके पीछे सामाजिक बदलाव की शक्ति छिपी होती है। इसी संदर्भ में स्वास्थ्य जागरूकता, सार्वजनिक स्वास्थ्य सुधार के लिए विशेष रोगों, पोषण व टीकाकरण के बारे में जानकारी फैलाने की प्रक्रिया और पर्यावरण जागरूकता, प्रकृति संरक्षण, जल बचत, वायु गुणवत्ता सुधार जैसे मुद्दों पर जनता को शिक्षित करने के प्रयास दो मुख्य शाखाएँ हैं। इनके अलावा डिजिटल सुरक्षा, ऑनलाइन ठगी, डेटा लीकेज और साइबर हमलों से बचाव के लिए उपयोगकर्ताओं को सतर्क करने की पहल भी इस टैग के अंतर्गत आती है, क्योंकि आज के डिजिटल युग में साइबर जागरूकता उतनी ही जरूरी है जितनी शारीरिक स्वास्थ्य। इन सभी क्षेत्रों में जागरूकता अभियान का उद्देश्य लोगों को सही जानकारी देना, गलतफहमी दूर करना और अंततः सामाजिक सुधार को प्रेरित करना है।
भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए सरकार ने पूरे वर्ष संविधान दिवस के रूप में जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस आयोजन में एक विशेष सिक्का और डाक टिकट जारी करना शामिल है, साथ ही एक वेबसाइट भी लॉन्च की जाएगी जहाँ आम नागरिक प्रस्तावना पढ़ सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे।