जब हम इज़राइल, पश्चिम एशिया में स्थित एक लोकतांत्रिक राज्य, जिसकी सीमाएँ जॉर्डन, लेबनान, सीरिया और फ़िलिस्तीन से मिलती हैं. इसे कभी‑कभी इज़रायल भी कहा जाता है, तो इस क्षेत्र की राजनीति, सुरक्षा और सामाजिक संरचना को समझना जरूरी हो जाता है.
इज़राइल का इतिहास भू‑राजनीति के कई मोड़ों से गुज़रता है. फ़िलिस्तीन, लगभग समान भौगोलिक क्षेत्र में स्थित एक राष्ट्रवादी आंदोलन, जो इज़राइल के साथ लंबी अवधि से विवाद में है। इस संघर्ष में संयुक्त राष्ट्र, वर्ल्ड फोरम जो अंतरराष्ट्रीय शांति, मानवीय अधिकार और द्विपक्षीय वार्ता को बढ़ावा देता है मध्यस्थ भूमिका निभाता है। ये तीनों इकाइयाँ परस्पर जुड़े हुए हैं: इज़राइल की सुरक्षा नीति अक्सर फ़िलिस्तीन के भविष्य को आकार देती है, जबकि संयुक्त राष्ट्र दोनों पक्षों को सॉल्यूशन की ओर धकेलता है. इस कारण इज़राइल के इंटर्नल पॉलिसी, सैन्य रणनीति और कूटनीतिक कदमों को अलग‑अलग दृष्टिकोणों से देखना फायदेमंद रहता है.
पहला संबंध सुरक्षा नीति है – इज़राइल ने अपने राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित रखने के लिये हाई‑टेक रक्षा प्रणाली, जैसे आइरन डोम, विकसित किया है। यह सिस्टम रॉकेट को इंटरसेप्ट करता है और स्थानीय जनसंख्या की सुरक्षा का मुख्य स्तंभ बन गया है. दूसरा संबंध प्रौद्योगिकी और नवाचार से है; इज़राइल स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम और साइबर सेक्टर में विश्वप्रमुख है, जिससे उसकी आर्थिक प्रगति तेज़ होती है. तीसरा संबंध धार्मिक स्थल और सांस्कृतिक विरासत को लेकर है – यरुशलम, हेब्रन और नेगेव में मौजूद ऐतिहासिक स्थल कई धर्मों के अनुयायियों को आकर्षित करते हैं, जो पर्यटन और सामाजिक संवाद को प्रभावित करता है. चौथा संबंध अंतरराष्ट्रीय कूटनीति है; इज़राइल के समझौते, जैसे अब्राहमिक समझौतों, मध्य पूर्व में नए गठबंधन बनाते हैं और व्यापार को बढ़ावा देते हैं. पाँचवाँ संबंध मानवीय मुद्दे से जुड़ा है – फ़िलिस्तीन में रहने वाले लोगों की स्थिति, शरणार्थी संकट और मानवाधिकार संगठनों की रिपोर्टें हमेशा चर्चा का बिंदु बनती हैं.
इन सभी थीम्स का मिश्रण इज़राइल को एक जटिल लेकिन रोचक विषय बनाता है। चाहे आप नौसिखिया पाठक हों या विशेषज्ञ, इस टैग पेज में आप पाएँगे अलग‑अलग पहलुओं पर लिखी गई ताज़ा ख़बरें, गहन विश्लेषण और विचार‑विशेष। नीचे दी गई सूची में आप इज़राइल के राजनीतिक बदलाव, सुरक्षा अपग्रेड, आर्थिक विकास, सामाजिक पहल और अंतरराष्ट्रीय संबंधों से जुड़ी रिपोर्ट देखेंगे। तैयार हो जाइए, क्योंकि अगली पंक्तियों में वही जानकारी है जो आपको इस गतिशील क्षेत्र की समझ को गहरा करेगी।
इज़राइल ने दक्षिण लेबनान में हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें एक हिज़्बुल्लाह लड़ाके की मौत हो गई। ये हमले गनीमत ग्रीन लाइन सात अलग-अलग क्षेत्रों में किए गए। हिज़्बुल्लाह ने इस रॉकेट हमले से अपना कोई संबंध नहीं बताया, लेकिन इज़राइल का दावा है कि हमला ईरानी निर्मित फलक रॉकेट से किया गया था।