जब बात इंडिया महिला क्रिकेट की आती है, तो भारत की महिला क्रिकेट टीम की यात्रा, अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शन और घरेलू स्तर पर विकास को दर्शाती है. इसे अक्सर भारत महिला क्रिकेट भी कहा जाता है, जो बॉल, बॅट और टीम भावना से खेली जाती है।
इस खेल की मुख्य धारा भारत महिला क्रिकेट टीम में निहित है, जहाँ स्मृति मंडाना, राधा यादव जैसे खिलाड़ी लगातार अपना सर्वश्रेष्ठ देती हैं। टीम का लक्ष्य प्रमुख टूर्नामेंट‑जैसे ICC महिला विश्व कप जगह‑जगह पर आयोजित होने वाला सबसे बड़ा महिला क्रिकेट इवेंट—में जीत हासिल करना है। इस प्रतियोगिता में टीम का प्रदर्शन सीधे दर्शाता है कि भारतीय महिलाओं का क्रिकेट खेल कितना मजबूत हो रहा है।
इंडिया महिला क्रिकेट में T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट एक छोटा और तेज़ फॉर्मेट, जहाँ हर टीम को केवल 20 ओवर मिलते हैं अब सबसे लोकप्रिय बना है। 2025 में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार पूरी श्रृंखला जीत कर इतिहास रचा, जिससे टीम के आत्मविश्वास में बड़ा इज़ाफ़ा हुआ। उसी समय, बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट बोर्ड, जो सभी स्तरों पर खेल के नियमन और विकास की देखरेख करता है ने महिला क्रिकेट के लिए नया ग्रिड बनाकर अधिक मैच, बेहतर वेतन और प्रशिक्षण सुविधाएँ प्रदान करने का वादा किया। इन सभी पहलुओं ने मिलकर इंडियन महिला क्रिकेट को नया ऊर्जा दिया है।
जैसे‑जैसे एशिया कप, ICC महिला विश्व कप और T20 श्रृंखला चलती रहती हैं, खिलाड़ी अपनी तकनीक, फिटनेस और मानसिक शक्ति को तेज़ करते हैं। उदाहरण के लिए, स्मृति मंडाना की बॉलिंग गति और राधा यादव की विकेट‑जार्डन क्षमता अक्सर मैच के परिणाम को बदल देती है। ऐसी कहानियाँ दर्शकों को जोड़ती हैं और युवा लड़कियों को प्रेरित करती हैं। इंडिया महिला क्रिकेट के इस जश्न में आप नीचे दिए गये लेखों के ज़रिए और गहराई से समझ पाएँगे कि कौन‑कौन से खिलाड़ी कब‑कब चमके, कौन‑से मैच दिलचस्प रहे और भविष्य में किस प्रकार के बदलावों की उम्मीद है।
अब नीचे की सूची में आप पाएँगे नवीनतम मैच रिव्यू, खिलाड़ी प्रोफ़ाइल, टूर्नामेंट विश्लेषण और बीसीसीआई की नई नीतियां। चाहे आप एक दीवाने फ़ैन हों या सिर्फ खेल में नई रूचि रखती हों, यह संग्रह आपके लिए पूरी जानकारी लेकर आया है। आगे पढ़ें और भारत की महिला क्रिकेट की रोमांचक कहानी से जुड़े रहें।
भारत महिला क्रिकेट टीम ने कोलंबो में पाकिस्तान को 88 रन से हराया, ओडीआई में 12‑0 का रिकॉर्ड कायम किया, जबकि मैच में फ्यूमिगेशन और ‘नो‑हैंडशेक’ विवाद भी देखे गए।