हरियाणा विधानसभा चुनाव, यानी राज्य के 90 सीटों के लिए चुनाव, कई स्तरों पर प्रभाव डालता है। पहला प्रभाव स्थानीय विकास पर पड़ता है‑ सड़क, स्कूल, अस्पताल‑ सब कुछ विधायक के हाथ में होता है। दूसरा प्रभाव राज्य की आर्थिक नीति पर होता है‑ कृषि सुधार, उद्योग असिस्टेंस या बजट की प्राथमिकताएँ। इस प्रकार, हरियाणा विधानसभा चुनाव केवल एक चुनाव नहीं, बल्कि हरियाणा के भविष्य को आकार देने का मौका है।
जब चुनाव आते हैं, तो सबसे बड़े खिलाड़ी दो होते हैं‑ भाजपा हरियाणा, विकास के दीर्घकालिक एजेंडा पर जोर देती है और कांग्रेस हरियाणा, किसान‑केंद्रित व सामाजिक न्याय की नीति पेश करती है। इनके बीच की बहस अक्सर कृषि नीति, जल प्रबंधन और रोजगार सृजन पर केंद्रित रहती है। छोटी पार्टियाँ जैसे जेन शरमदार या लोकदल भी स्थानीय मतों को बांटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं, क्योंकि कई बार एक-तीन सीटों की जीत पूरी सरकार को असरदार बनाती है।
हरियाणा में उम्मीदवार अक्सर स्थानीय नायक या गांव‑स्तर के प्रभावी व्यक्ति होते हैं। पार्टी के भीतर से चयन प्रक्रिया में स्काउटिंग, सर्वेक्षण और स्थानीय इकाई की स्वीकृति शामिल रहती है। यदि आप पहली बार वोट डाल रहे हैं, तो अपना एनीडब्ल्यूसी (वोटर आईडी) को अपडेट रखें, क्योंकि हरियाणा में इलेक्ट्रॉनिक मतदान (EVM) का इस्तेमाल हो रहा है। EVM का फायदा यह है कि वोट गिनती तेज़ और गलतियों की संभावना कम होती है। पेपरलेस वोटर लिस्ट भी अब लागू है, जिससे आप अपनी पहचान ऑनलाइन जांच सकते हैं।
वोटिंग के दौरान मुख्य बात यह याद रखें‑ आपका वोट सीधे विधायक को जाता है, और वह विधायक आपके क्षेत्र की समस्याएँ संसद तक पहुंचाता है। इसलिए, मतदान से पहले आप अपने क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों—जैसे जल सुविधा, सड़क निर्माण या शिक्षा—का अध्ययन कर लें। फिर उन उम्मीदवारों को चुनें जो इन मुद्दों को सबसे अच्छे से संभाल सकते हैं। यह छोटा‑सा कदम आपके और आपके पड़ोसियों के भविष्य को बहुत बदल सकता है।
अब आप जान रहे हैं कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कौन‑से प्रमुख घटक काम करते हैं, तो नीचे दिए गए लेखों में हम इन घटकों पर गहराई से चर्चा करेंगे। चाहे आप चुनावी रणनीति में रुचि रखते हों, या बस अपने वोट को सही ढंग से इस्तेमाल करना चाहते हों, इस टैग पेज की सामग्री आपको वह जानकारी देगी जिसकी आपको जरूरत है। आगे बढ़िए और पढ़िए हमारे चयनित लेख, जो हरियाणा की राजनीति के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान 5 अक्टूबर को शुरू हुआ। सुबह 9 बजे तक 9.53% मतदान रिकॉर्ड किया गया। विभिन्न जिलों में मतदान प्रतिशत अलग-अलग रहा, जैसे पंचकूला में 5.3%, अंबाला में 8.7%, यमुनानगर में 10.9%। इस चुनाव में 1,000 से अधिक उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है, जिनमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा और जेजेपी के दुष्यंत चौटाला शामिल हैं। मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।