हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: शुरुआती मतदान प्रतिशत और महत्वपूर्ण उम्मीदवार

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: शुरुआती मतदान प्रतिशत और महत्वपूर्ण उम्मीदवार अक्तू॰, 5 2024

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की शुरुआत

हरियाणा राज्य में 5 अक्टूबर, 2024 को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का दिन था, जिसमें विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जोर-शोर से वोटिंग हुई। यह दिन राज्य के राजनीति हस्तियों और आम जनता के लिए बेहद महत्वपूर्ण था। इस बार के चुनाव में कुल 90 निर्वाचन क्षेत्रों में से हर एक में उत्साह और चालाकी से मतदान हुआ। मतदाताओं ने अपने उत्साह के साथ मतदान केंद्रों की ओर रुख किया और अपनी पसंद के उम्मीदवार को अपना कीमती वोट दिया।

प्रारंभिक मतदान प्रतिशत

सुबह 9 बजे तक 9.53 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। यह शुरुआत बताती है कि जनता अपने अधिकारों के प्रति सजग और सतर्क होती जा रही है। हालांकि, विभिन्न जिलों में मतदान के आंकड़े अलग-अलग स्तरों पर थे। इनमें पंचकूला में 5.3%, अंबाला में 8.7%, यमुनानगर में 10.9%, और कुरुक्षेत्र में 9.6% प्रतिशत दर्ज किया गया। इन आंकड़ों से यह साफ नजर आता है कि लोग चुनाव को लेकर काफी उत्साहित हैं।

मुख्य उम्मीदवार और उनकी उम्मीद

इस चुनाव में 1,000 से अधिक उम्मीदवार अपने भाग्य की दांव पर लगे हैं। उनमें से कुछ प्रमुख चेहरों में शामिल हैं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, जिनका प्रदर्शन पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वहीं कांग्रेस की ओर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा और विनेश फोगाट के साथ-साथ जेजेपी के दुष्यंत चौटाला भी अहम उम्मीदवार हैं। यह चुनाव इनके लिए सिर्फ अपनी सीट की रक्षा का ही नहीं है, बल्कि उनकी राजनीतिक गतिविधियों और दृष्टिकोन का भी परीक्षण है।

जिलों में मतदान का विश्लेषण

मतदान का प्रतिशत जिलेवार देखने से यह साफ होता है कि स्थानीय मुद्दे और उम्मीदवारों की व्यक्तिगत छवि का इनमें काफी योगदान है। उदाहरण के लिए, कैथल में 10% जबकि फरीदाबाद में केवल 4.6% ही मतदान देखा गया। यह फर्क क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों और पार्टी के क्षेत्रीय नेतृत्व को दर्शाता है। इसके अलावा, सिरसा में 6.7% और नूह में 7.7% मतदान रिकॉर्ड किया गया, जो कि वहां के स्थानीय जन निर्वाचन प्रक्रिया की ओर कितने उन्मुख हैं, यह बताता है।

चुनाव बाद का परिदृश्य और मतगणना

चुनाव के बाद का चरण, यानी मतगणना, भी नजदीक है और यह 8 अक्टूबर को तय है। इस समय बेसब्री और उत्तेजना के बीच उम्मीदवार और जनता दोनों ही आने वाले परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह चुनाव इस बार और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अगली सरकार की दिशा और दशा तय करेगा। हालांकि, मतदान के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं रिपोर्ट की गई, जिससे लोकतंत्र की जोरदार जीत सुनिश्चित होती है।