जब हम भारतीय कप्तान, देश की विभिन्न टीमों में रणनीति बनाकर, खिलाड़ियों को प्रेरित करने वाला प्रमुख नेता. Team Captain की बात करते हैं, तो तुरंत दो चीज़ें याद आती हैं – क्रिकेट कप्तान, जवन बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग को संगठित करता है और लीडरशिप, सही फैसले, दबाव संभालना और टीम को एकजुट रखना. ये तीनों एक-दूसरे को गहराई से प्रभावित करते हैं: भारतीय कप्तान रणनीति तय करता है, लीडरशिप टीम के मनोबल को बढ़ाती है, और कप्तान की भूमिका खिलाड़ियों के प्रदर्शन को सीधे आकार देती है। इसी कारण, हर बड़ी जीत में इनका हाथ देखने को मिलते हैं – चाहे वह महिला क्रिकेट में 12‑0 का रिकॉर्ड हो या राज्य स्तर की राजनीति में प्रमुख फैसले।
एक सफल कप्तान को सिर्फ मैदान में थ्रो या बैटिंग नहीं, बल्कि जोखिम का आकलन और अवसरों का भंडारण करना आता है। उदाहरण के तौर पर, जब N जगदेesan को टेस्ट कॉल‑अप मिला, तो चयन समिति ने उनकी टिकाऊ फिटनेस और बैटिंग अंडर प्रेशर की क्षमता को देखा – यही लीडरशिप का व्यावहारिक पहलू है। इसी तरह, भारतीय महिला टीम ने कोलंबो में पाकिस्तान को 88 रन से हराकर 12‑0 का रिकॉर्ड बनाया; कप्तान ने फील्ड प्लेसमेंट और बॉलर रोटेशन को सटीक रूप से मैनेज किया। इन उदाहरणों से स्पष्ट है कि भारतीय कप्तान की भूमिका सिर्फ शब्दों तक सीमित नहीं, बल्कि रणनीति, इनोवेशन और टीम क्यूरेशन में गहरी जुड़ी हुई है।
नीचे आप विभिन्न लेखों की एक क्यूरेटेड लिस्ट पाएँगे, जहाँ हर पोस्ट में भारतीय कप्तानों के अलग-अलग पहलू – चाहे वह क्रिकेट, हॉकी, राजनैतिक दल या व्यापारिक टीम – की चर्चा है। इन लेखों को पढ़कर आप समझ पाएँगे कि कप्तान बनना एक बहु‑आयामी यात्रा है, जहाँ लीडरशिप, रणनीति, और व्यक्तिगत दृढ़ता मिलकर जीत की कहानी लिखते हैं. अब चलते हैं उन समाचारों और विश्लेषणों की ओर, जो आपके लिए इस व्यापक विषय को और भी स्पष्ट करेंगे.
MS धोनी ने 44वां जन्मदिन मनाया, क्रिकेट में कीर्तिमानों की झड़ी लगाई। वे इकलौते कप्तान हैं जिन्होंने भारत को तीन ICC ट्रॉफियां दिलाईं और CSK के साथ पांच IPL ट्रॉफियां जीतीं। उनके नाम टेस्ट, ODI और IPL में अनगिनत विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी रिकॉर्ड हैं, जिससे उनका जलवा बरकरार है।