MS धोनी का क्रिकेट सफर: 44 की उम्र में भी रिकॉर्ड्स के सरताज

MS धोनी का क्रिकेट सफर: 44 की उम्र में भी रिकॉर्ड्स के सरताज जुल॰, 9 2025

MS धोनी: 44वीं वर्षगांठ, क्रिकेट की मिसाल

7 जुलाई 2025 को जब एमएस धोनी ने अपना 44वां जन्मदिन मनाया, तो क्रिकेट की दुनिया ने उनके सफर पर एक बार फिर हैरानी जताई। रांची जैसे छोटे शहर से आए धोनी ने 2004 में भारतीय क्रिकेट टीम में एंट्री ली थी। शुरुआत विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर की, लेकिन आगे चलकर वे ऐसे कप्तान बन गए, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट का नक्शा बदल दिया। मोर्चा संभालते ही टीम में जोश दिखा और भारत को जीत की आदत सी डाल दी।

धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 में पहली T20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीती। 2011 का वर्ल्ड कप कौन भूल सकता है, जहां आखिरी छक्के के साथ भारत 28 साल बाद फिर वर्ल्ड चैंपियन बना। 2013 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी का टाइटल भी उसी के खाते में गया। तीनों ICC ट्रॉफी जिताने वाले वे इकलौते कप्तान बने। टेस्ट क्रिकेट में भी उनका कोई जवाब नहीं रहा—2009 में भारत को पहली बार टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 पर पहुंचाया, ऑस्ट्रेलिया को दो बार क्लीन स्वीप किया। कुल 60 टेस्ट में कप्तानी करते हुए भारत ने 27 जीते, 18 हारे और 15 ड्रॉ खेले। उनका टेस्ट बैटिंग एवरेज 38.09 रहा और 4,876 रन बनाए—जिसमें छह सेंचुरी और 33 फिफ्टी शामिल हैं।

ODI, T20 और IPL में शोहरत की नई ऊंचाइयां

ODI में धोनी ने बतौर कप्तान 200 मैचों में 110 जीत दर्ज कराई, जो किसी भी भारतीय कप्तान का बेस्ट रिकॉर्ड है। उनका वनडे में 10,000 से ज्यादा रन बनाने और एवरेज 50 से ऊपर रखने का कारनामा बेहद खास है। वहीं, विकेटकीपिंग में तो वे सुपरस्टार हैं—294 टेस्ट, 432 ODI और 34 टी-20 स्टंपिंग, जो भारतीय रिकॉर्ड हैं। T20 इंटरनेशनल में भले ही उनकी एक भी फिफ्टी देर से आई, लेकिन 76 पारियों में उनके बनाए 1,153 रन टीम के लिए खास योगदान रहे।

आईपीएल की बात करें तो चेन्नई सुपर किंग्स के साथ उनका रिश्ता अनोखा है। पांच बार CSK को IPL चैंपियन बनाया, दो बार चैंपियंस लीग T20 जीती। खुद धोनी ने 5,439 IPL रन बनाए, औसत शानदार 38 से ऊपर और स्ट्राइकर रेट 137 से ज्यादा। कप्तान के तौर पर उनका शांत स्वभाव, स्मार्ट रणनीति और तेज हाथों की विधि आज भी चर्चा में रहती है।

धोनी की क्रिकेट में कई अनूठी उपलब्धियां हैं—सबसे ज्यादा 195 स्टंपिंग, 829 कुल विकेटकीपर डिसमिसल, टेस्ट में 51 छक्के और भारत के लिए सबसे बड़ी आठवें विकेट की साझेदारी (100* भुवनेश्वर कुमार के साथ)। हेलीकॉप्टर शॉट, फुर्तीली स्टंपिंग और विपक्षियों के माथे पर बल दे देने वाली कप्तानी—यहीं से उनकी अलग पहचान बनती है। 2019 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेकर भी धोनी का नाम, उनका स्टाइल और क्रिकेट के प्रति दीवानगी, फैन्स के दिलों में आज भी जस की तस है।