जब हम अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, हर साल 8 मार्च को मनाया जाने वाला ग्लोबल इवेंट, जो महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों को सम्मानित करता है. इसे IWD भी कहा जाता है, तो यह सिर्फ एक कैलेंडर इवेंट नहीं, बल्कि लिंग समानता की दिशा में समाज की प्रतिबद्धता का मापदंड है। इस दिन का मूल उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों को उजागर करना, लिंग आधारित असमानताओं को चुनौती देना और हर सेक्टर में महिलाएं जो असरदार बदलाव कर रही हैं, उन्हें सराहना है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समावेशी विकास की जरूरत को रेखांकित करता है, और यह स्पष्ट करता है कि शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और राजनीति में महिलाओं का सक्रिय योगदान राष्ट्र की प्रगति के लिए अनिवार्य है।
इस केंद्रभूत विषय के साथ महिला अधिकार, कानूनी और सामाजिक प्रावधान जो महिलाओं को समान अवसर, सुरक्षा और न्याय दिलाते हैं का संबंध गहरा है। महिला अधिकारों की प्रगति के बिना लिंग समानता अधूरी रहती है। साथ ही लिंग समानता, समाज के सभी स्तरों पर पुरुष-नारी के बीच बराबरी का सिद्धांत वह फ्रेमवर्क है जो कार्यस्थल, शिक्षा संस्थान और खेल मैदान में समान नीतियों को लागू करती है। इस फ्रेमवर्क के तहत महिला सशक्तिकरण, आत्मविश्वास, आर्थिक स्वतंत्रता और नेतृत्व के अवसरों का विस्तार सुनिश्चित किया जाता है, जिससे महिलाएं खुद को निर्णय लेने वाले बन सकें। खेल की दुनिया में भी महिला खेल, वह क्षेत्र जहाँ महिलाओं की शारीरिक क्षमताओं और टीमवर्क को बराबर मान्यता मिलती है ने अजेय मोर्चे पर अपना दबदबा बनाया है—जैसे भारत की महिला क्रिकेट टीम ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कई बार इतिहास रचा है, जो इस दिन की उत्सव भावना को समेटे हुए है। इन सभी इकाइयों के बीच का संबंध स्पष्ट है: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस लिंग समानता को बढ़ावा देता है, लिंग समानता महिला अधिकारों को सुदृढ़ करती है, और महिला अधिकार सशक्तिकरण को प्रेरित करते हैं; वहीं सशक्तिकरण महिलाओं को खेल सहित हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन देता है।
हमारे संग्रह में आप देखेंगे कि कैसे विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं ने अपनी जगह बनाई है। राजनीति में हरष संगवी जैसे नेताओं ने राज्य स्तर पर मजबूत प्रतिनिधित्व दिखाया, जबकि खेल मैदान में भारत की महिला क्रिकेट टीम ने विश्व कप में शानदार जीत हासिल की। टेक और ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी महिला उद्यमियों ने नवाचार को आगे बढ़ाया, जैसे ओला इलेक्ट्रिक की नई तीन‑पहिया योजना, जिसमें महिला ड्राइवरों के लिए विशेष सुरक्षा सुविधाएं शामिल हैं। साथ ही सामाजिक पहल जैसे 'रिच्युएस' जैसी स्कीमों ने गरीब महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की, जिससे वे अपने व्यवसाय चला सके। इन सबके पीछे एक ही धागा है – यह दिन हर कहानी को उजागर करता है और प्रेरणा देता है।
यदि आप इस टैग पेज पर नीचे स्क्रॉल करेंगे, तो आपको अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से जुड़े नवीनतम समाचार, विशिष्ट पहल, सरकारी नीतियां और खेल समक्ष महिलाओं की जीत की झलक मिलेगी। इस विविध संग्रह में राजनीति, व्यापार, खेल, टेक्नोलॉजी और सामाजिक मुद्दों के पहलुओं को एक साथ लाया गया है, जिससे आप एक ही जगह पर संपूर्ण परिप्रेक्ष्य हासिल कर सकेंगे। अब आगे पढ़ें और देखें कि कैसे भारत और दुनिया भर में महिलाओं ने इस खास दिन को अपने योगदान से और भी खास बनाया है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 पर शिल्पी सोनी ने प्रधानमंत्री मोदी के सोशल अकाउंट संभाल कर विज्ञान में महिलाओं की नई राहों को उजागर किया, साथ ही छह अन्य महिला achievers ने प्रेरणा की लहर चलाई।