जब बात IPO, प्राथमिक सार्वजनिक प्रस्ताव (Initial Public Offering) वह प्रक्रिया है जिसमें कंपनी अपने शेयर जनसाधारण को बेचती है. भी कहा जाता है सार्वजनिक प्रस्ताव, यह कंपनियों को पूँजी जुटाने और बाजार में अपनी पहचान बनाने का अवसर देता है। भारत में पिछले कुछ महीनों में Rubicon Research, एक बायोफ़ार्मा कंपनी जिसने 1,377 करोड़ रुपये का बड़ा IPO लॉन्च किया और Tata Capital, वित्तीय क्षेत्र का बड़ा खिलाड़ी जिसने हाल ही में वित्तीय सेक्टर में सबसे बड़ा प्लेसमेंट पेश किया जैसे केस देखने को मिले हैं। दोनों कंपनियों की बिडें सिर्फ फंड रेज़ नहीं, बल्कि उद्योग‑विशेष रणनीति, सब्सक्रिप्शन प्रतिक्रिया और भविष्य के विकास योजनाओं को भी उजागर करती हैं। इसलिए सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया, शेयरों की मांग कितना है, ओवर‑सब्सक्राइब या अंडर‑सब्सक्राइब स्तर, और आवंटन की पॉलिसी क्या है को समझना हर निवेशक के लिए जरूरी है।
अगर आप पहली बार IPO के बारे में सुन रहे हैं, तो जानिए कि यह सिर्फ शेयर बेचने तक सीमित नहीं है। एक सफल सार्वजनिक प्रस्ताव के पीछे कई घटक मिलते हैं: कंपनी की वित्तीय स्थिरता, उद्योग में प्रतिस्पर्धी स्थिति, और नियामक अनुमोदन। उदाहरण के तौर पर, Rubicon Research का 0.51‑गुना सब्सक्रिप्शन दर्शाता है कि बायो‑टेक क्षेत्र में निवेशकों की उत्सुकता कितनी है, जबकि Tata Capital के 15,511.87 करोड़ रुपये की कुल बिड दर्शाती है कि वित्तीय क्षेत्र में पूँजी की माँग बढ़ रही है। इसी तरह, नई नीति जैसे गो‑टू‑मार्केट रणनीति, प्राइस बैंड, और एन्गेजमेंट रेट बाजार के ट्रेंड को सीधा प्रभावित करते हैं। इन बातों को समझने के बाद, निवेशक अपनी जोखिम‑प्रोफ़ाइल के अनुसार टार्गेट चुन सकते हैं। अगर आप स्थिर रिटर्न चाहते हैं तो बड़े वित्तीय संस्थानों के IPO देख सकते हैं; अगर आप हाई‑ग्रोथ चाहते हैं तो बायो‑टेक या टेक स्टार्ट‑अप के IPO बेहतर होंगे। साथ ही, सब्सक्रिप्शन से जुड़ी कट‑ऑफ़ डेट, ऑडिट रिपोर्ट, और प्रॉस्पेक्टस पढ़ना निवेश निर्णय को और दृढ़ बनाता है।
अब आप इस पेज पर आने वाले लेखों में विभिन्न IPO मामलों की गहराई से चर्चा पाएँगे – चाहे वह Rubicon Research जैसे बायो‑फार्मा दिग्गज का विस्तृत विश्लेषण हो या Tata Capital के वित्तीय प्लेसमेंट की रणनीतिक समझ। विभिन्न उद्योगों में शेयर लॉन्च, सब्सक्रिप्शन आँकड़े, और बाजार की प्रतिक्रिया को हमने एक ही जगह इकट्ठा किया है, ताकि आप जल्दी से सही जानकारी पकड़ सकें और अपने निवेश प्लान को प्रभावी बना सकें। नीचे आपको मिलने वाले लेखों में अनुभवी विश्लेषकों की राय, प्रमुख डेटा पॉइंट और भविष्य की संभावनाएं मिलेंगी, जो आपके निवेश निर्णय को सहज बनाएँगे।
8 अक्टूबर 2025 को LG इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ का GMP ₹303 (26.58%) रहा, जबकि टाटा कैपिटल का केवल ₹7 (2.15%) गिर गया, जिससे बाजार में दोहरी भावना उत्पन्न हुई.
मोबिक्विक, जो कि एक डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म है, 18 दिसंबर 2024 को अपने आईपीओ के साथ शेयर बाजार में प्रवेश कर रहा है। इसकी संचयी सब्सक्रिप्शन 125.69 गुना रही है। जीएमपी पर 59% प्रीमियम के साथ शेयर ट्रेड कर रहे हैं। विश्लेषक मजबूत डेब्यू की उम्मीद कर रहे हैं। कंपनी अपनी राजस्व वृद्धि और हालिया लाभप्रदता के चलते निवेशकों का ध्यान खींच रही है।
एमक्योर फार्मास्युटिकल्स अपना आईपीओ 3 जुलाई 2024 को लॉन्च करने जा रही है, जिसका उद्देश्य 1,952.03 करोड़ रुपये जुटाना है। आईपीओ के तहत 0.79 करोड़ शेयरों का ताजा इश्यू शामिल है, जिसकी कीमत 800 करोड़ रुपये है और 1.14 करोड़ शेयरों की बिक्री की पेशकश की गई है, जिसकी कुल कीमत 1,152.03 करोड़ रुपये है। सब्सक्रिप्शन विंडो 3 जुलाई से 5 जुलाई 2024 तक खुली रहेगी।