महाराष्ट्र में भारी वर्षा की लाल चेतावनी: 27‑29 सितंबर तक लगातार बारिश

महाराष्ट्र में भारी वर्षा की लाल चेतावनी: 27‑29 सितंबर तक लगातार बारिश सित॰, 28 2025

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज एक प्रेस रिलीज़ (नम्बर 4) जारी की, जिसमें महाराष्ट्र के कई जिलों को 27‑29 सितंबर के बीच "लाल अलर्ट" में रखा गया है। यह अलर्ट डिप्रेशन के कारण है जो बंगाल की खाड़ी में विकसित हुआ और ओडिशा के दक्षिणी तट से गुज़रते हुए पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। जैसे ही यह प्रणाली कमजोर होती हुई आगे बढ़ेगी, महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में बारिश की तीव्रता में वृद्धि होगी।

मौसम चेतावनी का कारण और तकनीकी विवरण

डिप्रेशन ने ओडिशा के भीतर एक ट्रफ़ (trough) भी बना रखा है, जो दक्षिण ओडिशा से गोआ तक फैलता है और तेलंगाना व कर्नाटक के उत्तर भागों से घुसेगा। इस ट्रफ़ के प्रभाव से महाराष्ट्र के पश्चिमी व मध्य भागों में लगातार बरसात की स्थिति बन सकती है। IMD ने इस सिस्टम को "उच्च संवेदनशीलता वाला" बताया है और बताया है कि यह 26 से 30 सितंबर तक राज्य के भीतर निरंतर बारिश लाएगा।

विशेष रूप से मुंबई, ठाणे, रायगड और पालघर को रविवार, 28 सितंबर को "अत्यंत भारी" बारिश का सामना करना पड़ेगा। इन जिलों में जलस्तर तेज़ी से बढ़ने की संभावना है, जिससे निम्न-स्तरीय इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उत्तर कोकण और मध्य महाराष्ट्र के घाटी इलाकों को भी लाल अलर्ट मिला है, जहाँ "भारी से बहुत भारी" बारिश के साथ ही कभी‑कभी "अत्यंत भारी" वर्षा की संभावना का उल्लेख किया गया है।

क्षेत्रवार संभावित प्रभाव

क्षेत्रवार संभावित प्रभाव

महाराष्ट्र में भारी वर्षा चेतावनी के तहत प्रमुख जिलों की स्थिति इस प्रकार है:

  • मुंबई, ठाणे, रायगड, पालघर – लाल अलर्ट, अत्यधिक वर्षा, संभावित बाढ़ और जलजाम।
  • जालना, बीड, सोलापूर – लाल अलर्ट, भारी बारिश का अनुमान, कृषि क्षेत्र में जलभराव की आशंका।
  • कोकण (रतनगर, सिंधुदुर्ग) और उत्तर कोकण – नारंगी अलर्ट, मध्यम बारिश के साथ हल्की गरज और तेज़ हवाएं।
  • नाशिक के गढ़ी वाले हिस्से – भारी शॉवर, विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में तेज़ धारा।
  • मराठवाड़ा एवं मध्य महाराष्ट्र – बड़े हिस्से में "विस्तृत या व्यापक" बारिश, कुछ क्षेत्रों में "भारी से बहुत भारी" बारिश के साथ तेज़ हवा (30‑40 किमी/घंटा) और गरज-तड़ित।
  • उत्तरी व मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश – अपेक्षाकृत हल्की बारिश, मुख्यतः ढीली बूंदाबांदी।

त्रासदी की संभावना को देखते हुए IMD ने कहा है कि कोकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़े के कुछ हिस्सों में 'गड़गड़ाहट, बिजली चमक और तेज़ हवाओं' की रिपोर्ट मिल सकती है। यह धमाकेदार मौसम विशेषकर ग्रामीण इलाकों में कृषि फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है और मोबाइल नेटवर्क तथा बिजली आपूर्ति में व्यवधान पैदा कर सकता है।

स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे लगातार मौसम अपडेट पर नजर रखें, अनावश्यक यात्रा से बचें और संभावित बाढ़ के लिए अपने घरों को सुरक्षित कर लें। साथ ही, जल स्तर बढ़ने की स्थिति में जल निकासी के लिए स्थानीय निकायों द्वारा घोषित मार्गदर्शन का पालन करें।

इसके अलावा, स्कूली बच्चों के लिए शैक्षणिक संस्थानों में दरवाजे बंद रखने की योजना बनी है और कई स्कूलों ने लंच ब्रोकेड या फुल डे क्लोजर की घोषणा की है। स्वास्थ्य विभाग ने जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए साफ़ पानी के उपयोग और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा है।