केरल में निपाह वायरस से 14 वर्षीय लड़के की मौत: लक्षण, कारण, उपचार और केंद्र की राज्य को सलाह
जुल॰, 22 2024केरल में निपाह वायरस का प्रकोप
केरल के मलप्पुरम जिले में निपाह वायरस का नया मामला सामने आया है, जिसमें एक 14 वर्षीय लड़के की दुखद मृत्यु हो गई है। यह घटना 21 जुलाई, 2024 को सामने आई जब लड़के का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उसकी मृत्यु की पुष्टि की। लड़के को 10 जुलाई से बुखार और थकान जैसी समस्याएं हो रही थीं, जो बाद में एन्सेफलाइटिस में बदल गईं।
लक्षण और कारण
निपाह वायरस के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, उल्टी, और बाद में न्यूरोलॉजिकल समस्याएं शामिल हो सकती हैं। अक्सर, लक्षण गंभीर हो जाते हैं और एन्सेफलाइटिस में परिवर्तित हो सकते हैं जिससे मौत हो सकती है। लड़के के मामलों में भी यही हुआ, जब प्रारंभिक लक्षणों के बाद उसकी हालत तेजी से बिगड़ी।
उपचार और प्रशासनिक उपाय
लड़के का इलाज केरल के सरकारी मेडिकल कॉलेज में चल रहा था, जहां उसे मोनोक्लोनल एंटीबॉडी भी दिया गया था, जो कि ऑस्ट्रेलिया से प्राप्त की गई थी। लेकिन दुर्भाग्य से, उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाया। इसके बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने उसकी मौत की पुष्टि की।
सक्रिय निगरानी और सावधानी
लड़के के करीबी रिश्तेदारों को निगरानी में रखा गया है, और उनमें से एक को आईसीयू में भर्ती किया गया है। अस्पताल में आगंतुकों के लिए सख्त नियम लागू किए गए हैं, जिसमें मास्क पहनना और सीमित संख्या में आगंतुकों को अनुमति देना शामिल है। प्रभावित क्षेत्र में जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं ताकि लोग निपाह वायरस के खतरों से अवगत हो सकें और उसे रोकने के उपाय कर सकें।
केरल में निपाह वायरस प्रकोपों का इतिहास
यह केरल में निपाह वायरस का पाँचवां प्रकोप है। इस वायरस का पहला मामला 2018 में सामने आया था, और तब से इस वायरस ने कई जानें ली हैं। निपाह वायरस एक जूनोटिक वायरस है, जो जानवरों से इंसानों में फैल सकता है। यह आमतौर पर फल चमगादड़ों के माध्यम से फैलता है, लेकिन इंसान से इंसान में भी इसका प्रसार हो सकता है।
केंद्र सरकार की राज्य को सलाह
केरल में नए मामले के बाद केंद्र सरकार ने राज्य को सख्त निगरानी और परीक्षण उपाय करने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य को निर्देश दिया है कि वह अस्पतालों में आवश्यक सुविधाओं और औषधियों की व्यवस्था सुनिश्चित करे। इसके अलावा, लोगों को जागरूकता और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
निपाह वायरस की गंभीरता और इसके उच्च मृत्यु दर के कारण, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि सभी संबंधित एजेंसियाँ मिलकर कार्य करें ताकि इसे और फैलने से रोका जा सके।