जब आप मौसम, वायुमंडलीय स्थितियों का समग्र रूप, जिसमें तापमान, आर्द्रता, हवा और वर्षा शामिल होते हैं. Also known as हवा का हाल, it दिन‑भर बदलता रहता है और जीवन के हर पहलू पर असर डालता है। इस एक ही शब्द में लू, बढ़ते तापमान और सूखी हवा का संयुक्त प्रभाव और मॉनसून, वर्षा का प्रमुख मौसम, जो कई क्षेत्रों में जल स्रोतों को भरता है दोनों ही निहित होते हैं। आज के भारत में लू और मॉनसून के बीच का तालमेल अक्सर बिगड़ता दिखाता है; जब मॉनसून की रफ़्तार धीमी पड़ती है, तो लू के कारण तापमान 40‑डिग्री से ऊपर चला जाता है। यही कारण है कि लोग अक्सर पूछते हैं, “क्या लू कम होगा अगर मॉनसून जल्दी आए?” यह प्रश्न हमारे रोज़मर्रा के निर्णयों से जुड़ा है, चाहे वह सफ़र हो या कृषि।
भारत में तापमान, वायुमंडलीय गर्मी की माप, जो सुबह‑शाम बदलती रहती है का उतार‑चढ़ाव सीधा लू की तीव्रता को निर्धारित करता है। जहां रजधानी दिल्ली में 43‑46 °C तक तापमान पहुंचता है, वहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के खुले मैदानों में धूप से पिघलते पिघलते जमीन छिलती दिखती है। इस तरह का उग्र ताप, जम्मू-कश्मीर, उत्तरी भारत का हिमालयीय क्षेत्र, जो सामान्यतः ठंडा रहता है तक भी फैलता है, जिससे पर्वतीय भाग में भी लू का प्रकोप देखा गया है। इस कारण न सिर्फ स्वास्थ्य समस्याएँ बढ़ी हैं, बल्कि बिजली‑जल की आपूर्ति, खेती‑बाड़ी और रोज़मर्रा की चाल‑चलन पर भी बड़ा असर हुआ है। जब लू लगातार दो‑तीन दिन तक रहता है, तो लोग पत्थर‑पत्थर चौराहों पर फंसे सर्दी‑जीवन में अटके रहते हैं; इसीलिए मौसम विभाग अक्सर राहत के उपायों की सलाह देता है – जैसे वेजिटेबल पानी के कूलर, हल्की कपड़े पहनना और हर घंटे में दो‑तीन बार बाहर की हवा चेक करना।
नीचे आपको हमारे द्वारा इकट्ठा किए गए विस्तृत लेख और अपडेट मिलेंगे जो लू, मॉनसून, तापमान, और विभिन्न राज्यों की विशेष स्थितियों पर गहराई से चर्चा करते हैं। आप पढ़ेंगे कि वर्तमान में कौन-से क्षेत्रों में राहत के इंतज़ार में लोग हैं, मॉनसून की भविष्यवाणी कैसे बदल रही है, और घर‑परिवार में लू के असर को कम करने के व्यावहारिक टिप्स क्या हैं। चाहे आप छात्र हों, किसान हों या साधारण नागरिक जो अपना दैनिक कार्यक्रम बनाते हैं, इन खबरों में वह जानकारी मिलेगी जो आपकी योजना को आसान बनाती है। अब आगे स्क्रॉल करके विभिन्न लेखों के सारांश देखें और अपने क्षेत्र की ताज़ा मौसम रिपोर्ट जानें।
जम्मू-कश्मीर और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में लू का प्रकोप जारी है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में तापमान 43 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मॉनसून की उत्तरी सीमा कई दिन से जस की तस है, जिससे आम जनजीवन बेहाल है।