जब हम प्रयागराज, उत्तरी प्रदेश उत्तर प्रदेश का प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक शहर, को देखें, तो तुरंत संगम, गंगा, यमुना और सरस्वती के मिलन स्थल का विचार आता है। कुम्भ मेला, दुना दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागमों में से एक इस शहर को हर 12 साल में विश्व मंच पर लाता है और लाखों श्रद्धालु यहाँ आते हैं। इसी वजह से उत्तरी प्रदेश, भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य के सांस्कृतिक पहचान में प्रयागराज की भूमिका अहम है।
प्रयागराज का इतिहास 3000 साल पूर्व तक जाता है। यहाँ के प्राचीन स्नानागार, पक्की गली‑गली की पुरानी हवेलियों और शहीद स्मारकों ने इसे इतिहास‑प्रेमियों के लिए अनिवार्य बना दिया है। गंगा‑यमुना की लहरें जहाँ आध्यात्मिक शक्ति का प्रसार करती हैं, वहीँ शहर का भू‑विज्ञान कृषि, जल‑संकट और पर्यटन को जोड़ता है। उदाहरण के तौर पर, गंगा के किनारे स्थित पांडव पीली (पंडुपिया) का मन्दिर स्थानीय अर्थव्यवस्था में आय का स्रोत है, जबकि वार्षिक कुम्भ मेला के दौरान होटल‑रेस्टॉरेंट व्यवसाय में 30‑40% की बढ़त देखी जाती है। यह आर्थिक‑सांस्कृतिक बंधन दर्शाता है कि संगम केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और व्यावसायिक भी है।
यदि आप पहली बार प्रयागराज की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो मौसम, परिवहन और स्थानीय भोजन पर ध्यान देना जरूरी है। अक्टूबर‑नवंबर में ठंडक और कम बरसात के साथ कुम्भ मेला का मौसम रहता है, जबकि अप्रैल‑जून में नदी का जलस्तर कम होने से स्नान के अनुभव में अंतर आ सकता है। शहर तक पहुंचना आसान है—हवाएँ, रेल और बस सेवाएँ सभी प्रमुख केंद्रों से जुड़ी हैं। स्थानीय स्ट्रीट फूड जैसे कुचका और जलेबी को चखना न भूलें, क्योंकि इन्हें गंगा के जल से तैयार किया जाता है और स्वाद में अनोखा है। इस प्रकार आप न सिर्फ धार्मिक या ऐतिहासिक स्थलों को देखेंगे, बल्कि शहर की जीवनशैली को भी महसूस करेंगे।
नीचे आपको प्रयागराज से संबंधित विभिन्न लेखों की सूची मिलेगी—राजनीति की ताजा खबरें, कुम्भ मेले की अपडेट, स्थानीय व्यंजनों के रिव्यू और पर्यटन टिप्स। इन लेखों को पढ़कर आप इस शहर की समकालीन स्थिति, आगामी घटनाओं और यात्रा योजनाओं पर स्पष्ट चित्र बना सकेंगे। चलिए, आगे बढ़ते हैं और देखिए क्या नया और रोचक आपका इंतजार कर रहा है।
महाकुंभ 2025 के कारण यूपी बोर्ड की परीक्षा 24 फरवरी की बजाय 9 मार्च को होगी। स्थानीय अधिकारियों की अपील पर इस फैसले को लागू किया गया। केवल प्रयागराज में परीक्षा स्थगित हुई है, बाकी जिलों में कार्यक्रम यथावत रहेगा। राज्य मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि परीक्षा का बदलता शेड्यूल छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है।