जब बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री, 2014 से पद पर हैं और कई सरकारी पहलों का नेतृत्व करते हैं. Also known as नरेन्द्र मोदी, यह भारत सरकार का प्रमुख चेहरा है, और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ उनका गहरा संबंध है। उनका मूल राज्य गुजरात है, जहाँ से उन्होंने कई विकास मॉडल निकाले हैं।
मोदी सरकार ने आर्थिक सुधारों को तेज़ करने के लिए कई कदम उठाए हैं – जीएसटी का एकीकरण, डिजिटल भुगतान का विस्तार, और स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम को पोषण। इन पहलों ने आर्थिक गति को बढ़ावा दिया, जबकि बैंकिंग सेक्टर में डिजिटल लेन‑देन का हिस्सा 2025 में 65 % तक पहुँच गया। इसी क्रम में डायवाली 2025 के दौरान RBI ने बैंकों के आधे घंटे के लिए अवकाश जारी किया, लेकिन ऑनलाइन सेवाएँ खुली रही, जिससे छोटे व्यापारी और उपभोक्ता दोनों को सुविधा मिली। इस प्रकार, वित्तीय नीति और त्योहार‑सम्बंधी कैलेंडर दोनों ही प्रधान मंत्री के निर्देशों से प्रभावित होते हैं।
2027 के चुनावों की तैयारी में बीजेपी ने गुजरात में अपने नौकर‑शक्ति को बढ़ाया है – हरष संगवी की डिप्टी सीएम पद की शपथ, 19 नए मंत्रियों का समावेश, और स्थानीय विकास कार्यक्रमों का विस्तार देखा गया। यह राज्य‑स्तर की चाल राष्ट्रीय स्तर पर मोदी की रणनीति को प्रतिबिंबित करती है, जहाँ भौगोलिक समीकरण और वोटर आधार को मिलाकर जीत सुनिश्चित की जाती है। इसी तरह, कर्नाटक में कांग्रेस की जीत और बीजेपी की हार ने दिखाया कि चुनावी मैदान में स्थानीय मुद्दे अभी भी प्रमुख भूमिका निभाते हैं, जबकि मोदी की राष्ट्रीय छवि उन पर असर डालती है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका भी बढ़ी है। उन्होंने कई द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में एशिया‑पैसिफिक सहयोग, ऊर्जा सुरक्षा और तकनीकी साझेदारी को आगे बढ़ाया है। इन प्रयासों ने भारत की रणनीतिक महत्वता को सुदृढ़ किया, जिससे विदेशी निवेश में 2025 में 12 % की वृद्धि दर्ज हुई। इस संदर्भ में, भारत सरकार की विदेश नीति, मोदी के नेतृत्व में, आर्थिक विकास और सुरक्षा दोनों को एक साथ साधती है।
उपरोक्त सभी पहलुओं को समझने से आप अगले सेक्शन में आने वाले लेखों को बेहतर ढंग से पढ़ पाएंगे। नीचे आप मोदी से जुड़ी आर्थिक फैसले, चुनावी रणनीति, राज्य‑स्तर की राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संवाद पर विस्तृत रिपोर्ट देखेंगे, जो आपके लिये एक व्यापक जानकारी का स्रोत बनेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य और कल्याण के लिए योग के महत्व को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इसे मान्यता दी गई। इस दिन पूरी दुनिया में योग सत्र, कार्यशालाएं और अन्य आयोजन होते हैं। 2024 का विषय 'स्वयं और समाज के लिए योग' है।