जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधान कार्यकारी और बहु‑वर्षीय विकास एजेंडा के प्रमुख आवाज़ हैं. Also known as नरेंद्र मोदी, वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि को सशक्त बनाने का काम करते हैं। यही कारण है कि उनकी हर घोषणा, चाहे वह आर्थिक नीति हो या विदेश नीति, राष्ट्रीय चर्चा का केंद्र बन जाती है। प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका सिर्फ सरकार की मुख्य दिमागी शक्ति नहीं, बल्कि जनता के साथ संवाद स्थापित करने वाला पुल भी है।
पहली बात तो भारत सरकार, मोदी के नेतृत्व में नीति‑निर्माण और कार्यान्वयन का मुख्य निकाय है है। भारत सरकार द्वारा पेश की गई आर्थिक नीति में मिल्कियत, विनिर्माण और डिजिटल बुनियादी ढांचा प्रमुख हैं, जो सीधे मोदी की विकास योजना से जुड़ी हैं। दूसरी ओर, विदेश नीति, उन्हें अंतरराष्ट्रीय सहयोग और रणनीतिक साझेदारियों को बढ़ावा देती है ने भारत को कई बड़े आर्थिक समझौतों और रक्षा सहयोगों तक पहुँचाया है। यह त्रि‑संबंध – मोदी → भारत सरकार → विदेश नीति – दर्शाता है कि एक नेता के फैसले पूरे संस्थाकीय ढाँचे में गूँजते हैं। बीजेपी, यानी भाजपा, मोदी की राजनीतिक पार्टी, जो चुनावी रणनीति और नीति समर्थन को संचालित करती है, भी इस छवि को बनाये रखने में अहम भूमिका निभाती है। भाजपा के चुनावी मॉडल ने 2024 के लोकसभा चुनाव में नई ऊर्जा जुड़ी, जिससे मोदी की राष्ट्रीय लोकप्रियता पर सीधा असर पड़ा। इस तरह, “प्रधानमंत्री मोदी नेतृत्व में भारत सरकार ने आर्थिक नीति में सुधार किया”, “विदेश नीति ने भारत को वैश्विक मंच पर मजबूत किया”, और “भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए रणनीतिक गठजोड़ बनाए” जैसे त्रयात्मक कनेक्शन हमारे पढ़ने वाले को पूरे इकोसिस्टम की समझ देते हैं। तीसरी लहर में, सामाजिक पहल जैसे स्वच्छ भारत और डिजिटल इंडिया सामाजिक पहल, इनके तहत प्रधानमंत्री द्वारा जनकल्याण के कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं भी मोदी के राजनैतिक एजेंडे का हिस्सा हैं। इन पहलों का लक्ष्य न केवल बुनियादी सेवाओं में सुधार है, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच दूरी को घटाना भी है। इस संबंध को “प्रधानमंत्री मोदी की सामाजिक पहल ने ग्रामीण विकास को तेज किया” के रूप में देख सकते हैं। इन सभी कनेक्शन के बीच हम पाते हैं कि प्रत्येक नीति, प्रत्येक पार्टी की रणनीति, और प्रत्येक सामाजिक कार्यक्रम आपस में गूँथे हुए हैं, और यह जाल ही मोदी के व्यापक प्रभाव को परिभाषित करता है। आज आप नीचे कई लेख देखेंगे – कुछ गुजरात की रियूसेप पर, कुछ विदेश में भारत की नई साझेदारियों पर, और कुछ आर्थिक आंकड़ों के विश्लेषण पर – ये सभी एक ही बड़े चित्र का हिस्सा हैं। अब नीचे दी गई सूची में आप विभिन्न लेखों के माध्यम से मोदी के कार्य, उनकी नीतियों की गहराई और भारत की दिशा के बारे में विस्तृत जानकारी पाएँगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वियना में ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर द्वारा आयोजित रात्रि भोज में भाग लिया। मोदी को भारतीय प्रवासियों और अधिकारीयों ने स्वागत किया। यह 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा ऑस्ट्रिया का पहला आधिकारिक दौरा है।