नेट वर्थ – अपनी वित्तीय शक्ति को जानें

जब हम नेट वर्थ, विधि है जो आपकी कुल संपत्तियों (एसेट) से सभी देनदारियों (लीबिलिटी) घटाकर शुद्ध मूल्य देती है. इसे कभी‑कभी कुल संपत्ति भी कहा जाता है। इस अवधारणा को समझना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि यह आपके वित्तीय स्वास्थ्य की मुख्य संकेतक है। वित्तीय संपत्ति, जैसे बचत, बैंको के डिपॉज़िट, म्यूचुअल फंड, शेयर आदि और रियल एस्टेट, जियादा मूल्य वाले मकान, जमीन या व्यावसायिक प्रॉपर्टी दोनों मिलकर नेट वर्थ के मुख्य हिस्से बनाते हैं। साथ ही शेयर मार्केट, इक्विटी, बॉन्ड और अन्य सिक्योरिटी में निवेश भी शैलियों को बढ़ाने का एक तेज़ रास्ता है।

नेट वर्थ का सीधा सूत्र है: कुल एसेट – कुल लीबिलिटी = शुद्ध नेट वर्थ. अगर आपका बचत 30 लाख, शेयर 20 लाख, घर की कीमत 80 लाख और ऋण 40 लाख है, तो आपका नेट वर्थ 90 लाख होगा। इस गणना में हर एसेट का वर्तमान बाजार मूल्य शामिल होना चाहिए, न कि सिर्फ खरीद मूल्य। इसलिए समय‑समय पर एसेट रि‑वैल्यूएशन जरूरी है, विशेषकर रियल एस्टेट और शेयर जैसी परिसंपत्तियों के लिए।

नेट वर्थ बढ़ाने के प्रमुख तरीक़े

पहला कदम है खर्चों का प्रबंधन। जब तक आप अनावश्यक ख़र्चों को नियंत्रित नहीं करेंगे, अतिरिक्त बचत या निवेश नहीं कर पाएँगे। दूसरा, नियमित बचत को निवेश में बदलें। ओला इलेक्ट्रिक की नई ‘राहि’ जैसी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में निवेश या टाटा कैपिटल जैसे बड़े वित्तीय संस्थानों के IPO में भाग लेना पारंपरिक बचत से अधिक रिटर्न दे सकता है। तीसरा, रियल एस्टेट के मूल्य में वृद्धि का लाभ उठाएँ। नयी परियोजनाओं या अपेक्षित विकास क्षेत्रों में जमीन खरीदना दीर्घकालिक नेट वर्थ को ऊँचा कर सकता है। चौथा, अपने पोर्टफोलियो को विविध बनाएँ – इक्विटी, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड और वैकल्पिक निवेश जैसे निजी इक्विटी या कमोडिटी को शामिल करें। यह विविधीकरण बाजार के उतार‑चढ़ाव से बचाव देता है और कुल रिटर्न स्थिर रखता है।

इन तरीकों को लागू करने के लिए एक स्पष्ट वित्तीय योजना बनानी चाहिए। एक योजना में लक्ष्य निर्धारित करना – जैसे अगले 5 साल में नेट वर्थ को 2 करोड़ तक पहुँचाना – और उसके लिए मासिक निवेश राशि तय करना शामिल है। फिर वास्तविक डेटा के साथ योजना को नियमित रूप से रिव्यू करें। यदि कोई बड़े IPO (जैसे Rubicon Research, LG इलेक्ट्रॉनिक्स) खुलता है और सब्सक्रिप्शन अच्छा दिख रहा है, तो उसका हिस्सा बढ़ा सकते हैं, बशर्ते आपका रिस्क प्रोफ़ाइल अनुकूल हो।

नेट वर्थ सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि आपकी वित्तीय चेतना का प्रतिबिंब है। जब आपका नेट वर्थ बढ़ता है, तो आप बड़े निवेश, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएँ और सामाजिक योगदान के लिए अधिक विकल्प पा सकते हैं। इसके विपरीत, नुकसान में रहने से ऋण चक्र में फँसने का खतरा बढ़ता है। इसलिए, वार्षिक नेट वर्थ चेक‑अप करना एक अच्छा अभ्यास है। इस चेक‑अप में एसेट की लिखी‑हुए मूल्य और वास्तविक बाजार कीमत की तुलना, लीबिलिटी की अपडेटेड लिस्ट और संभावित कर‑बचत के अवसरों की जाँच शामिल होनी चाहिए।

उपर्युक्त बातों को देखते हुए, हमारी साइट पर आप विभिन्न क्षेत्रों में नेट वर्थ से जुड़ी नवीनतम ख़बरें पाएँगे – चाहे वह IPO की सब्सक्रिप्शन रिपोर्ट हो, रियल एस्टेट के प्रोजेक्ट अपडेट हों, या निवेश रणनीति पर विशेषज्ञ राय। इन लेखों को पढ़कर आप अपने वित्तीय लक्ष्य को स्पष्ट कर सकते हैं और सही कदम उठा सकते हैं। नीचे आप इन सभी विषयों से संबंधित कई जानकारीपूर्ण लेख देखेंगे, जो आपकी नेट वर्थ को समझने और बढ़ाने में मदद करेंगे।

गौतम गंभीर बने भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच; जानें उनके लग्जरी कारें और नेट वर्थ के बारे में
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गौतम गंभीर, जो 2011 क्रिकेट विश्व कप और 2007 टी20 विश्व कप में भारत की जीत के नायक रहे हैं, को भारतीय क्रिकेट टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। बीसीसीआई ने उनकी नियुक्ति की घोषणा करते हुए उनके अनुभव और जीत की मानसिकता को सराहा। गंभीर, जो पहले कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच रह चुके हैं, अब भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।

जुल॰, 10 2024