Kartik Purnima – हिन्दू कैलेंडर का प्रमुख पावन दिवस

जब हम Kartik Purnima, कार्तिक महीने के अंतिम पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला प्रमुख हिन्दू त्यौहार है. Also known as कार्तिक पूर्णिमा, it marks the end of the auspicious Kartik month and heralds the start of deep‑light celebrations across India.

इस तिथि को कार्तिक महीने, हिन्दू कैलेंडर के सातवें महीने में गिरता है, जिसमें सूर्य के शरद ऋतु में उतरने के बाद की शीतकालीन अवधि शामिल है के साथ विशेष महत्व मिल जाता है। पूर्णिमा, हिन्दू पंचांग में चंद्रमा के पूर्ण रूप का दिन होता है, जो अक्सर धार्मिक अनुष्ठानों के लिये शुभ माना जाता है के रूप में यह तिथि कई स्थानीय समारोहोँ को जोड़ती है। इसी के साथ देव दीप, कुंभ मेरू के किनारे या गंगा घाटों पर दीप जलाने की परम्परा है, जिसमें भगवान विष्णु के शंकर रूप की पूजा की जाती है भी इस दिन प्रमुख रूप से मनाया जाता है। इन तीनों तत्वों के बीच "Kartik Purnima encompasses Dev Deep" और "पूर्णिमा requires दीप जलाना" जैसे संबंध स्थापित होते हैं, जिससे त्यौहार की आध्यात्मिक गहराई बढ़ती है।

परंपरा कहती है कि इस दिन वाराणसी में गंगा स्नान का विशेष महत्त्व है; स्नान के बाद गंगा के तट पर उठा हुआ दीप सभी बुराइयों को दूर कर ऊर्जा को पुनर्स्थापित करता है। कई क्षेत्रों में लोग इस अवसर पर कंकड़ की रोटी, शकर के साथ फल और विशेष पकवान बनाते हैं, क्योंकि माना जाता है कि यह खुराक शरीर और मन को शुद्ध करती है। आधुनिक समय में भी यही रस्में छोटे‑बड़े सामुदायिक कार्यक्रमों में जारी रहती हैं, जहाँ सामाजिक संगति और परस्पर समझ को बढ़ावा मिलता है।

आज का समाज विभिन्न खबरों से भरा हुआ है – राजनीति, व्यापार, खेल, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य – और यह सब हमारे दैनिक जीवन में मिलते-जुलते रहाते हैं, ठीक उसी तरह जैसे Kartik Purnima विभिन्न धर्म‑संस्कृति के संगम को दिखाता है। नीचे आप पाएँगे इस पावन दिन से जुड़ी ताज़ा खबरों की एक संग्रह, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के अपडेट शामिल हैं, ताकि आप त्यौहार की खुशी के साथ साथ पूरे देश की नवीनतम घटनाओं से भी अवगत रह सकें।

Kartik Purnima 2024: वित्तीय स्थिरता के लिए ज्योतिषीय उपाय और विधियाँ
Kartik Purnima 2024: वित्तीय स्थिरता के लिए ज्योतिषीय उपाय और विधियाँ

कार्तिक पूर्णिमा 2024, 15 नवंबर को, धन और समृद्धि के आशीर्वाद के लिए एक अत्यंत शुभ दिन माना गया है। इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने से वित्तीय स्थिरता मिलती है। भगवान शिव और त्रिपुरासुर के वध की कथा भी इस दिन से जुड़ी है, जिससे देव दिवाली मनाई जाती है। इस दिन विभिन्न उपयों के माध्यम से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है।

नव॰, 16 2024