हमास – क्या है? नवीनतम समाचार और विश्लेषण

जब आप हमास, फ़िलिस्तीन की इस्लामी प्रतिरोध समूह है, जो 1987 में प्रथम इंटिफ़ादा के दौरान उभरा. Also known as हम्मास, it राजनीतिक और सैन्य दोनों रूप में कार्य करता है और मध्य‑पूर्व के सुरक्षा परिदृश्य को प्रभावित करता आया है। इस टैग पेज में हम इज़राइल, इज़राइल फ़िलिस्तीन के साथ दशकों से चल रहे संघर्ष में मुख्य प्रतिपक्षी है तथा गाज़ा, गाज़ा पट्टी वह भू‑क्षेत्र है जहाँ हमास ने 2007 से शासन किया है के प्रमुख संबंधों की झलक देंगे। साथ ही फ़तह, फ़तह फ़िलिस्तीन का दूसरा प्रमुख राजनीतिक समूह है, जो अक्सर हमास के साथ रणनीति में मतभेद रखता है को भी समझेंगे, जिससे आप क्षेत्रीय राजनीति की जटिलताओं को बेहतर ढंग से देख सकें।

हमास के प्रमुख पहलू – इतिहास, सत्ता और कार्यप्रणाली

हमास का जन्म मुस्लिम ब्रदरहुड के फ़िलिस्तीन शाखा से हुआ था, और शुरुआती दिनों में इसका मुख़्य उद्देश्य इज़राइल के खिलाफ जुगुनी लड़ाई था। धीरे‑धीरे उसने राजनीति में कदम रखा; 2006 के स्थानीय चुनावों में जीत ने इसे फ़िलिस्तीन के आधी सत्रीय सत्ता के रूप में स्थापित किया। यह राजनीतिक पक्ष संसद में प्रतिनिधित्व एवं सामाजिक सेवाओं के माध्यम से जन समर्थन बनाता है, जबकि सैन्य शाखा (इज़्ज़ियाद) रॉकेट लांच और घातक हमले करता है। इस दोहरी रणनीति के कारण हमास को ‘टेररिस्ट ग्रुप’ और ‘सरकारी निकाय’ दोनों ही रूपों में वर्गीकृत किया जाता है।

गाज़ा में शासन करने के बाद, हमास ने बुनियादी ढाँचे को पुनः स्थापित किया: स्वास्थ्य सुविधाओं, स्कूलों और जल आपूर्ति में सुधार किए। लेकिन इज़राइल द्वारा लगाए गए ब्लॉकेड और कई बार हुए सैन्य अभियानों ने आर्थिक तंगी और मानवीय संकट को बढ़ा दिया। इस परिदृश्य में अंतर्राष्ट्रीय मदद, संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और कई NGOs द्वारा मानवीय सहायता प्रदान की जाती है भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, फिर भी पहुँच अक्सर प्रतिबंधों के कारण बाधित होती है।

इज़राइल‑हमास के बीच संघर्ष कई बार व्यापक बन गया है; 2021, 2023 और 2024 के बड़े हमले दोनों पक्षों को भारी नुकसान पहुँचाने वाले रॉकेट और एयर स्ट्राइक के रूप में उभरे। इन संघर्षों ने वार्ता मंचों पर नई चुनौतियां पेश कीं, जहाँ अमेरिका, संयुक्त राज्य अमेरिका मध्य‑पूर्व में प्रमुख मध्यस्थ है और अक्सर शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की कोशिश करता है ने दोनों पक्षों से रोकथाम की माँग की। इस कारण “हमास‑इज़राइल संघर्ष” एक निरंतर गतिशीलता वाला विषय बन गया है, जो सुरक्षा, मानवाधिकार और अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति के कई पहलुओं को जोडता है।

फ़तह के साथ संबंधों को समझना भी जरूरी है। फ़तह मुख्यतः पश्चिमी बैंकों में अधिकतम समर्थन रखता है और राजनयिक वार्ताओं में अधिक सक्रिय भूमिका निभाता है, जबकि हमास अधिक कठोर रुख अपनाता है। इस अंतर से कभी‑कभी फ़िलिस्तीन राजनीति में दोहरी सत्ता संघर्ष उभरता है, जिससे शांति प्रक्रिया जटिल हो जाती है। लेकिन दोनों समूह कब‑कब राष्ट्रीय हितों पर सहयोग भी दिखाते हैं, जैसे कि इज़राइल के साथ किसी भी प्रकार के व्यापक समझौते की रूपरेखा तैयार करना।

आज के दौर में हमास को समझना इतना आसान नहीं है क्योंकि यह सामाजिक सेवाएँ, विदेशी समर्थन (इज़राइल‑इज़राइल के खिलाफ इरान और कतर के वित्तीय सहयोग) और सशस्त्र संघर्ष को एक साथ चलाता है। इस जटिलता को देखते हुए, हमारे लेखों में आप देखेंगे कि कैसे हमास के नेतृत्व में बदलते हुए नीतियों का असर गाज़ा की जनता, इज़राइल के सुरक्षा प्रोटोकॉल, और अंतर्राष्ट्रीय बुनियादी मानदण्डों पर पड़ता है। नीचे आप विभिन्न लेख, विश्लेषण और ताजा ख़बरें पाएँगे जो इस विषय के विभिन्न पहलुओं को कवर करती हैं—इतिहास से लेकर वर्तमान स्थितियों तक। ये सामग्री आपको एक व्यापक दृष्टिकोण देगी, जिससे आप इस जटिल संघर्ष को समझ सकेंगे और अपने राय को बेहतर बना सकेंगे।

तेहरान में मिसाईल हमले में हमास नेता इस्माइल हनिया की हत्या
तेहरान में मिसाईल हमले में हमास नेता इस्माइल हनिया की हत्या

हमास नेता इस्माइल हनिया की तेहरान में उनके निवास पर हुए मिसाईल हमले में हत्या कर दी गई। हनिया, जो सामान्यत: कतर में रहते थे, हमास के अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति के प्रमुख चेहरा थे। इस घटना के बाद से क्षेत्रीय तनाव और बढ़ गया है।

जुल॰, 31 2024