पश्चिम बंगाल उपचुनाव 2024 परिणाम LIVE: ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने जीती चार विधानसभा सीटें

पश्चिम बंगाल उपचुनाव 2024 परिणाम LIVE: ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने जीती चार विधानसभा सीटें जुल॰, 13 2024

पश्चिम बंगाल उपचुनाव 2024: तृणमूल कांग्रेस का दबदबा

पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने अपनी धाक जमाई है। हाल ही में संपन्न हुए उपचुनाव में TMC ने सभी चार सीटों पर जीत दर्ज की है। ये सीटें हैं - मणिकतला, बागदा, राणाघाट दक्षिण, और रायगंज। यह चुनाव 10 जुलाई को हुए थे और मतगणना की प्रक्रिया 13 जुलाई से शुरू हुई थी। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, TMC ने सभी चारों सीटों पर जबरदस्त बढ़त बनाई है।

उपचुनाव का परिणाम और प्रभाव

ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए यह जीत बेहद महत्वपूर्ण है। इन उपचुनावों में TMC उम्मीदवार सु्प्रीती पांडे ने मणिकतला, कृष्णा कल्याणी ने रायगंज, मधुपर्णा ठाकुर ने बागदा, और मुकुट मणि अधिकारी ने राणाघाट दक्षिण सीटों पर जीत हासिल की है। यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछली बार 2021 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इनमें से तीन सीटों पर विजय प्राप्त की थी।

उपचुनाव की मुख्य बातें

उपचुनाव की मुख्य बातें

मणिकतला सीट पहले भी TMC के पास थी, लेकिन यह सीट उनके नेता साधन पांडे के निधन के बाद खाली हो गई थी। इस बार उनके परिवार की सदस्य सु्प्रीती पांडे ने पार्टी की प्रतिष्ठा को बनाए रखा। रायगंज, बागदा, और राणाघाट दक्षिण सीटों पर पिछली बार के BJP विजेताओं ने चुनाव के बाद पार्टी बदलकर TMC ज्वाइन कर लिया था।

उपचुनाव में मतदाता उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। रायगंज में 71.99% मतदाता उपस्थित थे, जबकि राणाघाट दक्षिण में 70.56%, बागदा में 68.44%, और मणिकतला में 54.98% मतदान हुआ। यह उपचुनाव न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से बल्कि चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण था।

हिंसा की घटनाएं और आरोप

उपचुनाव के दौरान हिंसा की कुछ घटनाएं सामने आईं। बागदा और राणाघाट दक्षिण में TMC और BJP समर्थकों के बीच झड़पें हुईं। BJP ने आरोप लगाया कि TMC कार्यकर्ताओं ने उनके बूथ एजेंटों पर हमला किया और कुछ उम्मीदवारों को मतदान केंद्रों पर जाने से रोका। हालांकि, TMC ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया।

भविष्य की राजनीति पर असर

भविष्य की राजनीति पर असर

इन उपचुनावों के परिणाम ने भाजपा के लिए एक झटका साबित किया है। ममता बनर्जी की TMC ने अपनी राजनीतिक पकड़ को और भी मजबूत किया है। इससे यह साफ हो गया है कि राज्य की राजनीति में TMC की स्थिति अभी भी मजबूत बनी हुई है। अगले आम चुनावों के लिए यह जीत TMC के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकती है।

इन उपचुनावों ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। लोगों का विश्वास और समर्थन उनके साथ बना हुआ है। अब देखने वाली बात होगी कि ये जीत TMC के लिए भविष्य में किस तरह से फायदेमंद साबित होगी।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

पश्चिम बंगाल में उपचुनावों के परिणाम हमेशा से ही अगले चुनावों के रुझान और संभावनाओं की दिशा तय करते हैं। यह उपचुनाव भी कोई अपवाद नहीं था। TMC की यह धमाकेदार जीत न केवल ममता बनर्जी के नेतृत्व पर मोहर लगाती है, बल्कि राज्य की राजनीति में उनकी पार्टी की मजबूती को भी दर्शाती है। इसके साथ ही, यह भाजपा के लिए एक याद दिलाने वाली घटना है कि राज्य की राजनीति में अभी भी बहुत मेहनत करनी बाकी है।