गुजरात में बड़े रियूसेप, हरष संगवी बने डिप्टी सीएम, 19 नए मंतेशियन
अक्तू॰, 17 2025
जब हरष रमेंश संगवी, भाजपा के वरिष्ठ विधायक, ने महत्मा मंडिर, गांधीनगर में शपथ ली, तो मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गवर्नर आचार्य देवव्रत भी मंच पर थे। यह शपथ 17 अक्टूबर 2025 को हुई और गुजरात की राजनीति में एक बड़ा मोड़ दर्शाता है।
पिछले तीन साल की पृष्ठभूमि
गुजरात के 182 सदस्यीय विधानसभा में अधिकतम 27 मंत्री पदों का प्रावधान है, जो कुल सदस्यों के 15 % के बराबर है। 12 दिसंबर 2022 को भूपेंद्र पटेल ने अपनी दूसरी अवधि की शुरुआत की, और तब से राज्य में विकास परियोजनाओं की गति तेज रही है। संगवी ने 2012 से लगातार तीन बार मजुरा निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की, लेकिन 2025 का यह रियूसेप विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह 2027 के निकटतम विधानसभा चुनावों से दो साल पहले आया है।
नवीनतम मंत्रिपरिवर्तन के मुख्य बिंदु
कुल मिलाकर 26 सदस्यीय मंत्रिपरिषद (मुख्यमंत्री सहित) बनाकर मंत्रिपरिवर्तन को पूरा किया गया। इसमें 19 नए चेहरों को शामिल किया गया, जबकि छह लोग फिर से जुड़ गए:
- रिशिकेश पटेल
- कनुभाई देसाई
- कुण्वरजी बवालीया
- परशोत्तम सोलंकी
- हर्ष संगवी (अब डिप्टी सीएम)
- रिवाबा जडेजा – क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी, पहली बार मंत्री
इनमें से चार मंत्री—रिशिकेश पटेल, कनुभाई देसाई, कुण्वरजी बवालीया और परशोत्तम सोलंकी—ने अपने पोर्टफोलियो बनाए रखे, पर शपथ नहीं ली क्योंकि उनका पद अपरिवर्तित रहा। बाकी सभी ने नई जिम्मेदारियां संभालीं।
हर्ष संगवी‑डिप्टी सीएम की नई जिम्मेदारियाँ
पूर्व में राज्य के गृह विभाग में हर्ष संगवी ने मुख्यमंत्री के पास काम किया था, इसलिए अब उन्हें गृह और कानून व्यवस्था के प्रमुख जिम्मेदारियों का गहरा अनुभव होगा। उनका 37 वर्षीय उम्र और 17 करोड़ रुपये की संपत्ति (जो अधिकांश विधायक स्तर से अधिक है) उनके राजनीतिक वजन को बढ़ाता है।
उन्हें डिप्टी मुख्यमंत्री के रूप में मुख्य मंत्री के साथ मिलकर राज्य की सुरक्षा नीतियों को परिभाषित करने का भरोसा दिया गया है। इस भूमिका में उनके पास न केवल गृह विभाग, बल्कि पुलिस सुधार, साइबर सुरक्षा और आपराधिक न्याय के क्षेत्रों में स्वतंत्र पहल करने का अधिकार होगा।
रिवाबा जडेजा का शासकीय प्रवेश
क्रिकेट स्टार रविंद्र जडेजा की पत्नी, रिवाबा जडेजा, इस मंत्रिपरिषद में पहली बार शामिल हुईं। उनका पोर्टफोलियो अभी तक स्पष्ट नहीं होता, पर विशेषज्ञों का मानना है कि उनका सामाजिक कल्याण और महिला सशक्तिकरण क्षेत्रों में योगदान मुख्य होगा।
रिवाबा की शपथ ने भाजपा के ‘जनधर्म’ पर आधारित रणनीति को भी उजागर किया—कि लोकप्रिय चेहरे को प्रशासन में लाकर वोटरों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया जा रहा है।
भाजपा के रणनीतिक गति‑विधि
पार्टी ने इस रियूसेप को ‘आधार‑बढ़ोतरी’ के रूप में पेश किया है। दो साल बाद 2027 के चुनावों में जीती हुई छवि को बरकरार रखने के लिए अनुभवी और नए दोनो‑प्रकार के नेताओं को मिलाकर एक संतुलित टीम बनाई गई है। यह कदम विशेष रूप से दक्षिणी गुजरात, जहाँ सूरत और नवसारी क्षेत्रों में भाजपा की पकड़ मजबूत है, को और भी दृढ़ करने के लिहाज़ से किया गया है।
वहीं, विपक्षी दल जैसे ऐप और कांग्रेस, इस विस्तार को “सूची‑बढ़ाने के बजाय कार्य‑क्षमता घटाने” कहते हुए आलोचना कर रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएँ और चुनौतियाँ
अगले दो साल में, गुजरात को जल संकट, औद्योगिक विकास, और शहरी-ग्रामीण अंतराल जैसे मुद्दों का सामना करना पड़ेगा। इस बीच, हर्ष संगवी की गृह पहलें और रिवाबा जडेजा के सामाजिक कार्यक्रम इन चुनौतियों को हल करने के लिए परीक्षण का मैदान बनेंगे।
यदि इन नई नीतियों को सही ढंग से लागू किया गया, तो गुजरात के विकास मॉडल को और भी प्रतिमानात्मक माना जा सकता है। अन्यथा, जनता के बीच असंतोष फिर से उभरेगा और 2027 के चुनावों में विरोधी दलों को दरवाजे खोल सकते हैं।
इतिहासिक परिप्रेक्ष्य
गुजरात में 1995 के बाद से दो‑तीन प्रमुख डिप्टी सीएम रहे हैं, पर 2025 की शपथ सबसे युवा पदाधिकारी को देना राज्य की ‘फ्यूचर‑फोकस’ की ओर इशारा करता है। पहले के डिप्टी सीएम अक्सर ‘वित्त’ या ‘शिक्षा’ के मुखिया रहे, जबकि अब गृह की जिम्मेदारी उन्हें मिली है। यह बदलाव इस बात को दर्शाता है कि सुरक्षा को प्राथमिकता देना अब भी राजनेताओं के लिए अहम मोर्चा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
हर्ष संगवी का नया पद गुजरात की राजनीति को कैसे बदलेगा?
डिप्टी सीएम के रूप में उन्होंने गृह और कानून व्यवस्था में प्रमुख भूमिका ली है। उनकी युवा ऊर्जा और पिछले कार्यकाल की उपलब्धियां राज्य में सुरक्षा नीतियों को तेज़ी से लागू कर सकती हैं, जिससे सरकार की छवि मजबूत होगी।
रिवाबा जडेजा के मंत्री पद से जनता को क्या उम्मीद रखनी चाहिए?
उनका पोर्टफोलियो अभी तय नहीं हुआ, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि वह महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण क्षेत्रों में नई पहलें ले आएंगी। उनका पारिवारिक पृष्ठभूमि और सार्वजनिक छवि राजनीतिक समर्थन को आकार दे सकता है।
भाजपा ने इस मंत्रिपरिवर्तन में किन वर्गों को टारगेट किया है?
मुख्य रूप से दक्षिण गुजरात के व्यापारिक वर्ग, युवा उद्यमी और ग्रामीण किसान। साथ ही, रिवाबा जडेजा जैसी लोकप्रिय शख्सियतों को जोड़कर महिलाओं और खेल प्रेमियों को भी आकर्षित किया गया है।
2027 के विधानसभा चुनावों में यह रियूसेप कैसे असर डालेगा?
यदि नई नीतियां लोकलुभावन साबित हों, तो भाजपा को दो साल बाद मजबूत वोट बेस मिल सकता है। दूसरी ओर, अगर प्रदर्शन में कमी आए, तो विपक्ष को उपस्थिति बनाने का मौका मिल सकता है।
गुजरात में अब तक के सबसे बड़े विजयी योग्यता कौन सी रही?
हर्ष संगवी ने 2022 के चुनाव में 1,16,675 वोट प्राप्त कर 76.42 % मत प्रतिशत हासिल किया, जो उस वर्ष के सबसे बड़े जीत मार्जिन में से एक था। यह विभाजन उन्हें राज्य में प्रमुख शक्ति के रूप में स्थापित करता है।
Bikkey Munda
अक्तूबर 17, 2025 AT 22:02हरष संगवी को डिप्टी सीएम बनाते हुए उन्होंने गृह और कानून व्यवस्था का प्रमुख कार्य संभाला है। अब वे पुलिस सुधार और साइबर सुरक्षा में भी पहल कर सकते हैं। यह बदलाव राज्य की सुरक्षा को मजबूत करने में मदद करेगा। उनके पास पहले से ही विधायिका में अनुभव है, इसलिए नई जिम्मेदारियों को जल्दी समझेंगे।
akash anand
अक्तूबर 23, 2025 AT 07:16ये रियूसेप बस पुरानी राजनीति का ढंदू दिखावा है सिवाय इसके कि यह मतदाताओं को धोखा देने का नया तरीका है। सरकार ने बस अपने भरोसेमंद बंदुकों को ही बोर्ड पर रखा है और जनता की असली समस्याओं को नजरअंदाज किया है।
BALAJI G
अक्तूबर 28, 2025 AT 16:29ऐसे बहुत बड़े पदों को युवा और ऊर्जावान लोगों को देना चाहिए, न कि उन लोगों को जो केवल व्यक्तिगत सत्ता की भूख रखते हैं। सार्वजनिक सेवा का मकसद जनता की भलाई है, न कि व्यक्तिगत चमक-दमक।
Manoj Sekhani
नवंबर 3, 2025 AT 01:43हमें वास्तव में देखना चाहिए कि इस प्रकार की नियुक्तियों में क्या बौद्धिक गहराई है, न कि सिर्फ मुहर लगा देना। अगर डेप्टी सीएम की सत्तारूढ़ भूमिका में वास्तविक नीति‑निर्माण नहीं है, तो यह केवल एक सजावटी पद है।
yogesh jassal
नवंबर 8, 2025 AT 10:57वाह! गुजरात ने फिर से बड़ी तख़्ती पर अपना नाम लिखा है, और इस बार दल की युवा शक्ति को दिखाने की कोशिश कर रहा है। हर्ष संगवी को डिप्टी सीएम बनाकर सरकार ने यह संदेश दिया कि अनुभव के साथ नई ऊर्जा भी काम आ सकती है। वास्तव में, यह एक दिलचस्प प्रयोग है क्योंकि गृह विभाग में उनका बैकग्राउंड पहले से ही मजबूत है। यदि वे इस अवसर को सही दिशा में ले जाएँ, तो सुरक्षा के कई पुराने मुद्दे सुलझ सकते हैं। साथ ही, रिवाबा जडेजा जैसी लोकप्रिय शख्सियतों को शामिल करने से सामाजिक कल्याण में नई राहें खुलेंगी। लेकिन बात यह भी है कि अगर इन नवागतों को सिर्फ दिखावा बनाकर रख दिया गया, तो जनता निराश होगी। नए चेहरों की ताकत यह है कि वे पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा दे सकते हैं। अगर वे अपने पोर्टफोलियो में वास्तविक सुधार लाएँ, तो यह कदम वाकई लायक सिद्ध हो सकता है। दूसरी ओर, पार्टी को यह भी याद रखना चाहिए कि विकास केवल पदों के बदलाव से नहीं होता, बल्कि ठोस नीति‑निर्माण से होता है। इस प्रकार की रियूसेप से उम्मीद की जाती है कि वे जल संकट, औद्योगिक विकास और ग्रामीण‑शहरी अंतर को कम करने में योगदान दें। यदि ये लक्ष्य साधे गए तो 2027 के चुनावों में भाजपा की छवि और सुदृढ़ हो जाएगी। लेकिन अगर प्रदर्शन में कमी आई, तो विपक्ष के पास फिर से मंच संभालने का मौका मिल जाएगा। अंत में, यह कहना उचित होगा कि हरष संगवी की नई जिम्मेदारियों में सफलता का साल भर काम करने वाले कई कारक निर्धारित करेंगे। आशा है कि यह बदलाव केवल नाम नहीं बल्कि वास्तविक बदलाव लेकर आए।
Raj Chumi
नवंबर 13, 2025 AT 20:11भाई, इतना सारा मजाक मेरे दिमाग को कराह रहा है! क्या डिप्टी सीएम बनके भी वही पुराने वादे ही दोहराएंगे? अगर नहीं तो बताओ, वरना इस सबको एक नाटक मानते हैं!
mohit singhal
नवंबर 19, 2025 AT 05:25देश की सुरक्षा में सुधार लाने के लिए हमें सच्चे देसी लीडर चाहिए 💪🚩 हमारी पार्टी ने सही कदम उठाया है, अब देखना है कैसे नई ऊर्जा से गुजरात आगे बढ़ता है! 🙌
pradeep sathe
नवंबर 24, 2025 AT 14:39जैसे ही नई नीतियां जमीन पर आएँगी, जनता को वास्तविक बदलाव महसूस होगा। साथ मिलकर हम सभी को लाभ पहुँचाने की कोशिश करनी चाहिए।
ARIJIT MANDAL
नवंबर 29, 2025 AT 23:52बड़ी ख़बर है।