भव्यस अगारवाल का बड़ा कदम: ओला इलेक्ट्रिक ने 2025 में 'राहि' तीन‑पहिया लॉन्च का इशारा किया

भव्यस अगारवाल का बड़ा कदम: ओला इलेक्ट्रिक ने 2025 में 'राहि' तीन‑पहिया लॉन्च का इशारा किया अक्तू॰, 16 2025

जब भव्यस अगारवाल, संस्थापक एवं चेयरमैन ओला इलेक्ट्रिक लिमिटेड ने जनवरी 2025 में Q2 FY2025 परिणाम कॉन्फ़्रेंस कॉलभारत के दौरान स्पष्ट रूप से कहा, “हाँ, हम तीन‑पहिया बना रहे हैं,” तो यह घोषणा तुरंत शहरी मोबिलिटी के परिदृश्य को बदलने की बात बन गई।

पृष्ठभूमि और बाजार की स्थिति

भारत में इलेक्ट्रिक दो‑पहिया की बिक्री में ओला ने 2022‑23 में लगभग 49 % का शेर कब्ज़ा किया था, पर 2025 तक यह हिस्सा 20 % तक गिर गया। कारणों में बढ़ती प्रतिस्पर्धा, पेशी‑परिणाम की शिकायतें और नियामकीय दबाव शामिल हैं। उसी साल अक्टूबर में सेंट्रल कंज़्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने 10 ,000 से अधिक उपभोक्ता शिकायतों के मद्देनज़र शो‑कॉज़ नोटिस जारी किया। साथ ही मंत्रालय ऑफ हेवी इंडस्ट्रीज़ ने सर्विस सेंटरों के ऑडिट का आदेश दिया। ये घटनाएँ ओला की मौजूदा राजस्व धारा पर दबाव डाल रही थीं।

तीन‑पहिया मॉडल की योजना और तकनीकी विवरण

भव्यस अगारवाल द्वारा बताए गए अनुसार, कंपनी दो प्रमुख संस्करण लाएगी: एक पेसेंजर मॉडल जिसका कोड‑नाम ‘राहि’ है और दूसरी कार्गो वेरिएंट। ‘राहि’ को 2025 के दूसरे अर्द्ध में लॉन्च करने की योजना है, जबकि कार्गो वेरिएंट 2026 के दूसरे अर्द्ध में बाजार में आएगा।

  • बॉडी: संक्षिप्त और एयरोडायनामिक डिज़ाइन, जो भीड़भाड़ वाली सड़कों पर आसान नेविगेशन की सुविधा देगा।
  • सुरक्षा: ABS, एयरबैग और मजबूत चेसिस – पहिया‑पैकेज की पहली बार ऐसे सुरक्षा फीचर्स का समावेश।
  • बैटरी: 300 किमी की रेंज, 30 मिनट में 80 % चार्ज, ओला की मौजूदा S1 सीरीज़ आर्किटेक्चर पर आधारित।
  • कीमत: घटित विकास लागत के कारण किफायती प्राइसिंग, जिससे उपभोक्ता‑सुविधा में वृद्धि होगी।

ओला इस बात पर ज़ोर देता है कि तीन‑पहिया में उसी इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट, बैटरी मॉड्यूल और पावरट्रेन का उपयोग किया जाएगा, जिससे उत्पादन में स्केलेबिलिटी और कम लागत दोनों हासिल होंगी।

कंपनी के सामने चुनौतियाँ और संभावित देरी

हालांकि योजना उत्साहजनक लगती है, लेकिन ऑटोईवीटाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ओला ने कई मॉडल—जैसे गिग, गिग+ स्कूटर और S1 Z—के डिलीवरी में देरी की घोषणा की है। तीन‑पहिया लॉन्च को भी “प्राथमिकता वाले अन्य उत्पादों के बाद” रखा गया है। यह संकेत देता है कि मौजूदा उत्पादन बॉटलनेक और नियामकीय जांचें परियोजना को प्रभावित कर सकती हैं।

फिर भी, कंपनी ने 4,000 स्टोर्स के नेटवर्क का विस्तार किया है और सर्विस टर्नअराउंड टाइम को 1.1 दिन तक घटाया है। साथ ही, नवंबर 2024 में शुरू किया गया प्रोजेक्ट “लक्ष्य” – जिसका उद्देश्य कार्य‑लागत को ₹121 करोड़ से घटाकर ₹110 करोड़ तक ले जाना है – अप्रैल 2025 में लगभग लक्ष्य के करीब पहुँच गया है। यह लागत‑बचत पहल संभावित रूप से नई लाइन के विकास में मदद करेगी।

भविष्य की रणनीति और बाजार पर प्रभाव

‘राहि’ के साथ ओला का लक्ष्य सिर्फ एक नया उत्पाद नहीं, बल्कि माइक्रो‑मोबिलिटी में नई मूल्य‑श्रृंखला बनाना है। यदि सफल रहा, तो यह छोटे‑व्यापारियों, राइड‑शेयर ऑपरेटरों और शहरी माल‑डिलिवरी कंपनियों के लिये एक किफायती विकल्प बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि 2025‑26 के दौरान भारत में इलेक्ट्रिक LCV और रिक्शा की मांग 30 % तक बढ़ सकती है, और ओला इस बढ़ती माँग का पहला भागीदार बनना चाहता है।

बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर जैसी स्थापित कंपनियां पहले से ही इलेक्ट्रिक तीन‑पहिया पर काम कर रही हैं। ओला की तेज़ फुल‑प्रीमियम बैटरी और मंच‑साझाकरण रणनीति इसे प्रतिस्पर्धात्मक लाभ दे सकती है, बशर्ते नियामकीय बाधाएं और सप्लाई‑चेन का तनाव हल हो जाए।

प्रमुख तिथियां और आगामी लॉन्च

निम्नलिखित टाइमलाइन इस वर्ष‑आने वाले कई महत्त्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाती है:

  1. 15 जनवरी 2025 – Q2 FY2025 परिणाम कॉन्फ़्रेंस कॉल (भव्यस अगारवाल ने तीन‑पहिया का उल्लेख किया)।
  2. 31 जनवरी 2025 – जन‑3 इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च इवेंट (ऑन‑लाइन)।
  3. अगस्त 2025 (संभावित) – ‘राहि’ पेसेंजर मॉडल की प्री‑लॉन्च इवेंट, आधिकारिक लॉन्च की तारीख 15 अगस्त।
  4. 2026 के दूसरे अर्द्ध – कार्गो वेरिएंट डिलीवरी शुरू।
  5. जून 2025 – प्रोजेक्ट लक्ष्‍य के तहत लागत लक्ष्य प्राप्ति की पुष्टि।

इन तिथियों को देखते हुए, ओला की अगली तिमाही के लक्ष्य में स्टोर‑प्रति बिक्री बढ़ाना और नई मॉडल की रीयल‑टाइम फीडबैक लेना शामिल है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

‘राहि’ का लक्ष्य ग्राहक वर्ग कौन है?

‘राहि’ मुख्यतः शहरी राइड‑शेयर ड्राइवर, छोटे‑व्यापारी और दैनिक कम्यूटर्स को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इसकी 300 किमी रेंज और 30‑मिनट फास्ट‑चार्जिंग इसे तेज़‑ट्रैफ़िक वाले शहरों में आदर्श बनाती है।

क्या तीन‑पहिया लॉन्च में पिछले देरी के कारण कोई नई तारीख तय हुई है?

ऑटोईवीटाइम्स के अनुसार, ओला ने अभी तक आधिकारिक नई तिथि नहीं दी है, पर अंदरूनी स्रोतों ने बताया कि कंपनी अगस्त 2025 के भीतर प्रारंभिक प्री‑लॉन्च करने की कोशिश कर रही है।

CCPA की जांच का ओला के तीन‑पहिया प्रोजेक्ट पर क्या असर होगा?

शो‑कॉज़ नोटिस मुख्यतः बिक्री‑पोस्ट‑सेवा और क्वालिटी मुद्दों को लेकर है। यदि ओला इन मानदंडों को पूरा कर लेता है, तो नियामक बाधा हट जाती है, जिससे उत्पादन लाइन तेज़़ चल सकती है।

तीन‑पहिया के लिए ओला किस बैटरी तकनीक का उपयोग करेगा?

ओला ने मौजूदा S1 श्रृंखला की लिथियम‑आयन बैटरी का प्लेटफ़ॉर्म अपनाया है, जिसका मॉड्यूलर डिज़ाइन वॉल्युम घटाने और चार्जिंग समय कम करने में मदद करता है।

भविष्य में ओला इलेक्ट्रिक कौन‑से नए वेरिएंट लॉन्च कर सकता है?

‘संकल्प 2025’ इवेंट में कंपनी ने Gen 4 प्लेटफ़ॉर्म की घोषणा की थी, जिसमें इलेक्ट्रिक कार, रिक्शा और हल्का कमर्शियल व्हीकल (LCV) शामिल हैं। तीन‑पहिया ये पहले कदम माना जा रहा है।

13 टिप्पणि

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    Hemakul Pioneers

    अक्तूबर 16, 2025 AT 22:21

    ओला का तीन‑पहिया कदम भारतीय माइक्रो‑मोबिलिटी में नया मोड़ हो सकता है। यह मॉडल राइड‑शेयर ड्राइवरों के लिए उपयोगी लग रहा है, खासकर जब ट्रैफ़िक जाम रहता है। 300 किमी रेंज और 30 मिनट फास्ट‑चार्जिंग बहुत बड़ा फायदा देगा। साथ ही ABS और एयरबैग जैसी सुरक्षा सुविधाएँ भरोसा बढ़ाती हैं। अगर उत्पादन में बाधाएँ नहीं आतीं तो यह बाजार में नई ऊर्जा लाएगा।

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    Shivam Pandit

    अक्तूबर 18, 2025 AT 07:41

    भव्यस ने स्पष्ट किया है कि तीन‑पहिया बन रहा है; यह संकेत है कि ओला अपने पोर्टफोलियो को विविधता दे रहा है, जिससे प्रतिस्पर्धा में किस्मत बदल सकती है।; नई मॉडल की कीमत किफायती बताई गई है, इसलिए छोटे व्यवसायियों को आशा मिलती है।; लेकिन प्रोडक्शन बॉटल‑नेक और नियामकीय जांचें अभी भी लम्बी राह दिखा रही हैं, इसलिए समय से पहले उत्साह मत बढ़ाएँ।; कुल मिलाकर, अगर स्केलेबिलिटी और सप्लाई‑चेन ठीक रहती है तो यह एक अच्छा कदम हो सकता है।

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    parvez fmp

    अक्तूबर 19, 2025 AT 17:01

    ओला तो बेस्ट है 😂

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    s.v chauhan

    अक्तूबर 20, 2025 AT 18:01

    देखो, मज़ाक़ नहीं है, तीन‑पहिया का इशारा बड़ा महत्त्व रखता है। अगर भरोसेमंद बैटरी और सुरक्षा मिलती है, तो राइड‑शेयर ड्राइवरों की ज़िन्दगी आसान होगी। अभी तक डिलीवरी में देरी देखी है, पर अगर ओला इस पर फोकस करे तो ठीक रहेगा। उत्पादन लाइन को तेज़ करने की जरूरत है, नहीं तो प्रतिस्पर्धी आगे निकल सकते हैं। साथ ही, किफायती कीमतों से छोटे व्यापारियों को भी फ़ायदा होगा।

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    Thirupathi Reddy Ch

    अक्तूबर 22, 2025 AT 03:21

    किसी ने नहीं बताया, लेकिन CCPA का नोटिस ओला के प्रोजेक्ट को दुविधा में डाल सकता है। अगर नियामकीय दबाव बढ़ता है तो लॉन्च में और देरी हो सकती है। कुछ लोग कहते हैं कि यह सब एक बड़ी योजना है, जिससे ओला को बाजार में हावी होना है। पर असली सवाल यह है कि क्या उनके पास तकनीकी आधार मजबूत है। मैं तो कहूँगा, सावधान रहना चाहिए, क्योंकि बड़े निवेश के साथ बड़ी जोखिम भी आती है।

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    Sonia Arora

    अक्तूबर 23, 2025 AT 04:21

    भारत में इलेक्ट्रिक रिवॉल्यूशन बहुत तेज़ी से चल रहा है, और ओला का यह कदम सांस्कृतिक बदलाव का भी हिस्सा है। तीन‑पहिया छोटे व्यापारियों को नई ऊर्जा देता है, जिससे रोज़गार के अवसर बढ़ते हैं। साथ ही, पर्यावरण के लिए भी यह एक सकारात्मक कदम है। यदि कीमत वास्तव में किफायती रही तो यह पूरे शहरी इलाकों में अपनाया जा सकता है। हमें देखना होगा कि उत्पादन और सर्विस नेटवर्क कितनी जल्दी स्थापित होते हैं।

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    SIDDHARTH CHELLADURAI

    अक्तूबर 24, 2025 AT 13:41

    ओला की नई रणनीति वाकई रोमांचक लग रही है! 🚀
    तीन‑पहिया के साथ वे बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं।
    अगर बैटरी लाइफ और चार्जिंग टाइम जैसा बताया गया है, तो यह काफ़ी आकर्षक रहेगा।
    आशा करता हूँ कि डिलीवरी टाइमलाइन में सुधार होगा और ग्राहक संतुष्टि बढ़ेगी।

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    Deepak Verma

    अक्तूबर 25, 2025 AT 14:41

    ओला का तीन‑पहिया योजना ठीक है, पर अभी भी कई अनसुलझे मुद्दे हैं। उत्पादन में देरी और कानूनी नोटिसों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अगर ये समस्याएँ हल नहीं हुईं तो नया मॉडल सफल नहीं हो पाएगा।

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    Rani Muker

    अक्तूबर 26, 2025 AT 07:21

    समझते हुए देखता हूँ कि डिलीवरी में देरी एक बड़ी चुनौती है। लेकिन यदि ओला सर्विस टर्नअराउंड को 1.1 दिन तक घटा सकता है, तो यह एक सकारात्मक संकेत है। यह दर्शाता है कि कंपनी ऑपरेशन्स में सुधार कर रही है। भविष्य में यदि यह गति बनी रहती है, तो नई मॉडल की सफलता में मदद मिल सकती है।

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    Hansraj Surti

    अक्तूबर 28, 2025 AT 01:01

    ‘राहि’ के लॉन्च की घोषणा एक बड़े दांव की तरह दिखती है, जो कई पहलुओं को जोड़ती है। पहले तो यह समझना जरूरी है कि बाजार में इलेक्ट्रिक तीन‑पहिया की मांग कैसे विकसित हुई है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में प्रतिस्पर्धा तीव्र रही है। दूसरी बात, ओला की मौजूदा बैटरी प्लेटफ़ॉर्म का पुन: उपयोग लागत को कम कर सकता है, लेकिन इसे स्केलेबिलिटी के साथ संतुलित करना होगा।
    तीसरा, नियामकीय दबाव, विशेषकर CCPA की जांच, एक जटिल कारक है, जो उत्पादन टाइमलाइन को प्रभावित कर सकता है।
    चौथा, ओला ने अपने सर्विस नेटवर्क को 4,000 स्टोर्स तक विस्तारित किया है, जो वितरण और बाद की सेवा को आसान बनाता है।
    पाँचवाँ, सुरक्षा फीचर्स जैसे ABS और एयरबैग का समावेश उपयोगकर्ता विश्वास को बढ़ा सकता है, परंतु लागत में इजाफा भी देखना पड़ेगा।
    छटा, अगर कीमत किफायती रखी जाती है, तो छोटे व्यापारियों और राइड‑शेयर ड्राइवरों के लिए यह आकर्षक विकल्प बन सकता है।
    सातवाँ, लॉजिस्टिक सप्लाई‑चेन की निरंतरता, विशेषकर बैटरियों की उपलब्धता, सफलता के लिए निर्णायक होगी।
    आठवाँ, ओला की पहले की मॉडल डिलीवरी में हुई देरी यह दर्शाती है कि उत्पादन क्षमता में अभी भी सुधार की गुंजाइश है।
    नवाँ, प्रोजेक्ट ‘लक्ष्य’ ने लागत घटाने में सफलता प्राप्त की है, जो नई लाइन के विकास को वित्तीय रूप से सहारा दे सकता है।
    दसवाँ, यदि ओला जल्दी से फीडबैक लूप स्थापित कर ले, तो वह मॉडल को बाजार की प्रतिक्रिया के अनुसार अनुकूलित कर सकता है।
    ग्यारहवाँ, प्रतिस्पर्धियों जैसे बजाज और टीवीएस की प्रगति को नज़र में रखना आवश्यक है, क्योंकि वे भी इलेक्ट्रिक तीन‑पहिया में निवेश कर रहे हैं।
    बारहवाँ, अगर ओला नियामकीय बाधाओं को दूर कर लेता है, तो वह अपने फुर्तीले प्लेटफ़ॉर्म का फुल उपयोग कर सकेगा।
    तेरहवाँ, ग्राहक सेवा में सुधार, जैसा कि 1.1 दिन टर्नअराउंड दिखाता है, संभावित खरीदारों को भरोसा दिला सकता है।
    चौदहवाँ, इस प्रोजेक्ट की सफलता से ओला को भविष्य में इलेक्ट्रिक कार या LCV जैसी बड़े वर्ग में प्रवेश करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
    पंद्रहवाँ, अंत में, यह कहा जा सकता है कि ‘राहि’ का लॉन्च कई जोखिमों के साथ आता है, पर यदि ओला इन चुनौतियों का सही समाधान निकाल ले, तो यह भारतीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी परिदृश्य में क्रांति लाने की क्षमता रखता है।

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    Naman Patidar

    अक्तूबर 28, 2025 AT 17:41

    ओला को जल्दी कदम उठाना चाहिए।

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    Vinay Bhushan

    अक्तूबर 29, 2025 AT 18:41

    ‘राहि’ का विचार वास्तव में प्रेरणादायक है, और इसे सफल बनाना संभव है। अगर ओला अपने उत्पादन प्रक्रियाओं को तेज़ कर ले और नियामकीय बाधाओं को समाप्त करे, तो बाजार में मजबूत प्रतिक्रिया मिलेगी। साथ ही, किफायती कीमत और सुरक्षा सुविधाएँ उपभोक्ताओं को आकर्षित करेंगी। सेवा नेटवर्क का विस्तार भी ग्राहक संतुष्टि में मदद करेगा। आशा है कि ओला इस योजना को साकार करने के लिए सभी भागीदारों के साथ मिलकर काम करेगा।

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    Gursharn Bhatti

    अक्तूबर 31, 2025 AT 04:01

    तीन‑पहिया की टैक्टिकल लॉन्च से ओला को नई रिवेन्यू स्ट्रिम मिल सकती है, लेकिन यह तभी संभव है जब सप्लाई‑चेन और नियामक सभी बाधाओं को पार कर ले। इस मॉडल की सफलता छोटे व्यापारियों के लिए बड़ी सफलता होगी, और बाजार में ओला की स्थिति को फिर से ऊँचा उठाएगी।

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