यूबीएस में क्रेडिट सुईस से हस्तांतरित रूसी खातों की अमेरिकी जांच

यूबीएस में क्रेडिट सुईस से हस्तांतरित रूसी खातों की अमेरिकी जांच नव॰, 14 2024

यूबीएस के रूसी ग्राहकों के खातों की अमेरिकी जांच

अमेरिकी सरकार अब यूबीएस के उन खातों पर नजर डाल रही है जो उसे क्रेडिट सुईस से विरासत में मिले थे, जिसका कारण है वो बचाव और नियंत्रित परिवर्तनों की अनुपालन सुनिश्चित करना। इस मामले में अमेरिकी प्रतिबंध प्रवर्तन एजेंसी ओएफएसी ने यूबीएस को सूचित किया है और उनके साथ वार्ताएं भी आयोजित की हैं। जैसे कि वाशिंगटन की कोशिश है कि किसी भी किस्म के अवैध फंडिंग की जांच हो सके और रूसी ग्राहकों के संदर्भ में कठोरता से कदम उठाए जा सकें।

क्रेडिट सुईस का पतन और यूबीएस का अधिग्रहण

मार्च 2023 में क्रेडिट सुईस का पतन हुआ, जिसमें अनेक घोटालों का हाथ था, जिसमें जासूसी और मादक पदार्थों की धनशोधन गतिविधियाँ शामिल थीं। इसी कारण यूबीएस ने इसका अधिग्रहण किया। यूबीएस ने क्रेडिट सुईस के व्यापार और ग्राहकों की विस्तृत समीक्षा शुरू कर दी है, जिसमें उन कनेक्शनों को हटा रहे हैं जिनका रिश्ता रूस से है।

संघर्ष और पारदर्शिता की कमी का मामला

रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रेडिट सुईस के पिछले सीईओ ने 2022 में बताया था कि बैंक द्वारा संभाला गया लगभग 4% धन रूसी ग्राहकों का था, जो करीब $35 बिलियन के बराबर था। इस बात ने अमेरिका और स्विट्जरलैंड के बीच तनाव को बढ़ा दिया है कि कहीं यह धन अवैध रूप से रूस या अन्य प्रतिबंधित देशों तक न पहुँच जाए।

स्विट्जरलैंड की भूमिका और प्रस्तावित कड़े नियम

इस मामले में स्विस नियामकों ने भी यह सुनिश्चित करने के लिए यूबीएस की जांच शुरू की है कि कहीं कोई जोखिम भरे ग्राहक तो नहीं हैं। इसके साथ ही स्विस सरकार ऐसे प्रस्ताव पर विचार कर रही है जिनमें कंपनियों और फंड्स के लाभकारी मालिकों के रजिस्टर बनाने की बात शामिल है। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वकीलों के लिए भी कड़े धन शोधन विरोधी नियम लागू किए जाएं।

यूबीएस के सीईओ सर्जियो एर्मोटी के विचारों ने भी इस वातावरण में व्यापक असर डाला है, जहां वह लगातार प्रयासरत हैं कि क्रेडिट सुईस के ग्राहकों और उनकी संपत्तियों की व्यवस्थित समीक्षा करवाई जा सके और इसमें किसी भी प्रकार के अवांछित तत्वों को हटा दिया जाए। यह कदम केवल आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि नैतिक रूप से भी अत्यंत महत्व रखता है और इसे सोच-समझकर उठाया गया कदम माना जा सकता है।