PM मोदी का पैरालंपिक भाला फेंक सितारे नवदीप सिंह के साथ भावात्मक संवाद और विशेष उपहार
सित॰, 13 2024PM मोदी और नवदीप सिंह का भावनात्मक संवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 12 सितंबर को अपने निवास पर पैरालंपिक भाला फेंक स्वर्ण पदक विजेता नवदीप सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात में पीएम मोदी ने नवदीप और अन्य भारतीय पैरालंपियनों को 2024 पेरिस पैरालंपिक्स में उनकी ऐतिहासिक उपलब्धियों के लिए बधाई दी। यह मुलाकात बेहद भावनात्मक थी जहां पीएम मोदी ने नवदीप सिंह को अपने सारे दिल से सराहा।
नवदीप सिंह, जो F41 श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करते हैं, उन्होंने पीएम मोदी को एक विशेष टोपी भेंट की। पीएम मोदी ने नवदीप का विशेष आदर करते हुए फर्श पर बैठना उचित समझा ताकि नवदीप आराम से इस टोपी को उनके सिर पर रख सकें। यह नजारा बेहद विलक्षण था, जिसमें देश की ऊँचाइयों पर पहुंचे प्रधानमंत्री और शारीरिक चुनौतियों का सामना करते हुए देश का नाम रौशन करने वाले पैरालंपियन की आत्मीयता झलक रही थी।
नवदीप सिंह का पैरालंपिक सफर
4 फीट 4 इंच की ऊँचाई वाले नवदीप सिंह ने पेरिस पैरालंपिक्स में 47.32 मीटर का नया व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो कर भारत का सातवां स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने पहले स्थान पर आकर इतिहास रच दिया, हालांकि वह शुरुआत में दूसरे स्थान पर थे लेकिन ईरान के बीत सादेह को असामान्य आचरण के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। जिससे नवदीप का रजत पदक स्वर्ण में बदल गया।
नवदीप सिंह का ये सफर 2016 में शुरू हुआ, जब वह ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा से प्रेरित हुए। बाद में उन्होंने पारा-एथलीट संदीप चौधरी के संरक्षण में पारा-भाला फेंक में कदम रखा। उनके पूरे सफर में संघर्ष और धैर्य का संगम रहा, जिसका परिण परिणाम था पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतना।
पीएम मोदी का मिलन और नवदीप की खुशी
इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने नवदीप से मजाक में पूछा कि क्या उन्हें ऐसा लगा कि वह उँचे हो गए जब पीएम ने जमीन पर बैठकर टोपी ली। यह मुलाकात हँसी-खुशी और स्नेह से भरी थी। नवदीप ने पीएम मोदी को याद दिलाया कि उन्होंने वादा किया था कि वह स्वर्ण पदक जीतेंगे, जिसे उन्होंने पूरा किया और देश की शान बढ़ाई।
यह मुलाकात और इसका वीडियो पीएम मोदी ने अपने इंस्टाग्राम पर साझा किया, जिसमें पीएम और नवदीप के बीच की आत्मीयता को साफ देखा जा सकता है। इस वीडियो में पीएम मोदी ने नवदीप के साथ अपने अनुभव साझा किए और भविष्य के लिए उसे शुभकामनाएँ दीं।
नवदीप सिंह का यात्रा वृत्तांत
नवदीप का पैरालंपिक सफर न केवल एक प्रेरणा है बल्कि यह दर्शाता है कि कठोर मेहनत और समर्पण से कितनी भी बाधाओं को पार किया जा सकता है। नवदीप ने अपने प्रशिक्षण के दौरान कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उनके आत्मविश्वास ने उन्हें मजबूत बनाए रखा। अपने प्रशिक्षण के शुरुआती दिनों में, नवदीप ने कई बार असफलताओं का सामना किया, लेकिन उनकी दृढ़ता ने उन्हें कभी हार मानने नहीं दी।
ओलंपियन नीरज चोपड़ा से प्रेरित होने के बाद, नवदीप ने पारा-भाला फेंक में अपना करियर बनाने का फैसला किया। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीतकर अपनी पहचान बनाई। उनके कोच संदीप चौधरी ने उन्हें निखारने में अहम भूमिका निभाई। नवदीप के लिए सबसे बड़ी चुनौती उनके छोटे कद के बावजूद उच्च प्रदर्शन करना था, लेकिन उन्होंने इसे कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया।
प्रधानमंत्री से मुलाकात का महत्व
पीएम मोदी की यह मुलाकात नवदीप और सभी पैरालंपियन के लिए एक विशेष प्रेरणा स्रोत बनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल नवदीप की सराहना की, बल्कि देश के सभी खिलाड़ियों को एक संदेश दिया कि उनकी मेहनत और समर्पण की कदर सरकार भी करती है। नवदीप के साथ इस मुलाकात ने सभी खेल प्रेमियों को यह संदेश दिया कि मेहनत और आत्मविश्वास से हर मंजिल पाई जा सकती है।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि नवदीप जैसे खिलाड़ियों की कहानियाँ न केवल प्रेरणादायक हैं बल्कि वे देश के युवाओं को भी अपनी सीमाओं को पार करने के लिए प्रेरित करती हैं। इस मुलाकात ने नवदीप की सफलता को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया और उन्हें भविष्य के लिए और अधिक प्रेरणा मिली।
नवदीप सिंह का समाज के लिए संदेश
नवदीप की सफलता न केवल उनके परिवार के लिए खुशी का मौका है बल्कि यह समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी है। उन्होंने साबित किया कि असामान्य शारीरिक चुनौतियों के बावजूद, कोई भी अपनी मेहनत और आत्मविश्वास से उच्चतम शिखर तक पहुंच सकता है। नवदीप ने अपने समर्पण और संघर्ष से एक मिसाल कायम की है, जिनसे न केवल प्रेरणा ली जा सकती है, बल्कि इसे अपने जीवन में अमल भी किया जा सकता है।
नवदीप सिंह का यह सफर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई यह मुलाकात देश के सभी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी। नवदीप की कहानी उस साहस और आत्मविश्वास की कहानी है, जो किसी भी बाधा को पार कर सकती है और सच्ची सफलता की ओर ले जा सकती है।