पेरिस ओलंपिक 2024: आठवें दिन की ताजगी और पूरी अनुसूची, भारत की उपलब्धियाँ और प्रमुख घटनाएं
अग॰, 3 2024पेरिस ओलंपिक 2024 का आठवाँ दिन: भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन
पेरिस ओलंपिक 2024 के आठवें दिन खेलों का मुकाबला तेज़ी से जारी रहा, जहां भारतीय एथलीट्स ने कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में हिस्सा लिया। सभी की निगाहें मनु भाकर पर थीं, जिन्होंने पहले ही इस ओलंपिक में अद्वितीय उपलब्धि हासिल की थी। मनु भाकर ने भारत की आजादी के बाद पहली बार एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली खिलाड़ी बनकर इतिहास रचा है। अब उनका लक्ष्य तीसरा पदक जीतने का था। महिला 25 मीटर पिस्टल इवेंट में मनु ने पुरजोर कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश वह चौथे स्थान पर रही और तीसरा पदक जीतने से चूक गईं।
दीपिका कुमारी और भजन कौर की तीरंदाजी में चुनौती
महिला व्यक्तिगत तीरंदाजी में दीपिका कुमारी और भजन कौर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। दीपिका कुमारी ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन का परिचय देते हुए क्वार्टरफाइनल तक का सफर तय किया, लेकिन कोरियाई दूसरी वरीयता प्राप्त नाम सुह्योन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। भजन कौर ने भी अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया और दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
पुरुष हॉकी टीम की मेहनत और उपसर्ग
पुरुष हॉकी टीम, जिसने अपने ऐतिहासिक 3-2 जीत से ऑस्ट्रेलिया को पराजित किया था, अब गुरुवार को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में भिड़ेगी। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने देशवासियों को आश्वासन दिया कि टीम का लक्ष्य स्वर्ण पदक लेकर लौटना है। उनकी इस भावना ने न केवल टीम का मनोबल बढ़ाया है बल्कि देश भर के हॉकी प्रेमियों को भी उत्साहित किया है।
गोल्फ और शूटिंग में भारतीय खिलाड़ी
महिला स्कीट योग्यता में रायजा ढिल्लों और महेश्वरी चौहान ने हिस्सा लिया। पुरुष स्कीट योग्यता के लिए अनंत जीत सिंह नरूका मैदान में उतरे। इसके अलावा, गोल्फ में शुभंकर शर्मा और गगनजीत भुल्लर ने पुरुष व्यक्तिगत स्ट्रोक प्ले इवेंट में भाग लिया। भले ही भारतीय खिलाड़ी संबंधित मुकाबलों में शीर्ष स्थान प्राप्त नहीं कर सके, लेकिन उनके प्रदर्शन ने देशवासियों को गर्वित किया।
तैराकी, मुक्केबाजी और अन्य इवेंट्स
तैराकी और मुक्केबाजी में भी भारतीय खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने अपनी पूरी ताकत और कुशलता दिखाई। सुवर्ण कामट और श्वेता वेट्टीकाट्ट ने तैराकी के विभिन्न इवेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया। मुक्केबाजी में अमित पंघाल और लवलीना बोरगोहिन ने भी अपनी बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जो भारतीय खेल प्रेमियों के लिए गौरव का विषय बना।
ओलंपिक के आठवें दिन का समापन हुआ तो भारतीय खिलाड़ियों ने कई महत्वपूर्ण स्पर्धाओं में हिस्सा लिया और उनके प्रदर्शन ने देशवासियों को गर्वित किया। हर एक खेल में भारतीय खिलाड़ियों की मेहनत और उनकी उपलब्धियां हमें यह संदेश देती हैं कि किसी भी खेल में सफलता यूं ही नहीं मिलती, इसके लिए असाधारण मेहनत और प्रतिबद्धता की जरूरत होती है। यह दिन भारतीय खेल इतिहास के उन पलों में से एक है, जहाँ खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से देश को गर्वित किया है।